
27 साल बाद आज BJP सरकार पेश करेगी दिल्ली का बजट, CM रेखा गुप्ता ने बताया बजट में क्या होगा खास
AajTak
सरकारी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि विधानसभा में पेश होने वाला 2025-26 का बजट 80,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है. आज विधानसभा में बजट पेश किए जाने के बाद इस पर आम चर्चा होगी. विधानसभा के सदस्य 27 मार्च को प्रस्तावित बजट पर विचार-विमर्श करेंगे और मतदान करेंगे.
भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार आज 27 साल बाद विधानसभा में अपना बजट पेश करेगी, जिसमें यमुना नदी की सफाई, बुनियादी ढांचा विकास और मूलभूत सुविधाओं को मजबूत करने जैसे चुनावी वादों को लागू करने के लिए धन का प्रावधान किया जाएगा.
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को बजट सत्र शुरू होने से पहले ‘विकसित दिल्ली’ की ‘मिठास’ के प्रतीक के रूप में ‘खीर’ समारोह का आयोजन किया. पिछले साल आम आदमी पार्टी (आप) सरकार ने 76,000 करोड़ रुपये का बजट 2024-25 पेश किया था, जिसे बढ़ाकर 77,000 रुपये कर दिया गया था.
सरकारी सूत्रों ने पीटीआई को बताया कि विधानसभा में पेश होने वाला 2025-26 का बजट 80,000 करोड़ रुपये के आंकड़े को पार कर सकता है. आज विधानसभा में बजट पेश किए जाने के बाद इस पर आम चर्चा होगी. विधानसभा के सदस्य 27 मार्च को प्रस्तावित बजट पर विचार-विमर्श करेंगे और मतदान करेंगे.
यह भी पढ़ें: दिल्ली का बजट कैसे तय होता है? केंद्र से कितनी मदद मिलती है, दिल्ली की आमदनी के अपने सोर्स क्या है? जानें पूरा हिसाब-किताब
विकसित दिल्ली के लिए होगा बजट: सीएम मुख्यमंत्री गुप्ता ने कहा, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा 27 साल बाद दिल्ली का बजट पेश कर रही है. जिस तरह भगवान राम 14 साल के वनवास के बाद अयोध्या लौटे थे, उसी तरह हम 27 साल बाद लौट रहे हैं." पिछले हफ्ते मुख्यमंत्री ने कहा था कि 'विकसित दिल्ली' बजट महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं, बेहतर बुनियादी ढांचे, प्रदूषण और जलभराव की समस्याओं पर केंद्रित होगा.
उन्होंने कहा कि बजट 'लोगों का बजट' होगा, जिसमें बुनियादी सेवाओं को मजबूत करने और रोजगार सृजन पर जोर दिया जाएगा. दिल्ली सरकार को ईमेल और पहले जारी किए गए व्हाट्सएप नंबर के माध्यम से बजट प्रावधानों पर लोगों से 10,000 से अधिक सुझाव मिले हैं. परामर्श प्रक्रिया का नेतृत्व खुद सीएम गुप्ता ने किया, जिन्होंने समाज के विभिन्न वर्गों के लोगों से बातचीत की और बजट प्रस्तावों के लिए उनकी प्रतिक्रिया प्राप्त की.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







