
10 आतंकी ठिकानों पर हमला, कमांड सेंटर और खुफिया मुख्यालय तबाह... हमास के खिलाफ इजरायल का ताबड़तोड़ एक्शन
AajTak
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच छिड़ी इस लड़ाई की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं. शहर के शहर मलबे में तब्दील हो रहे हैं. गलियां रक्त रंजित हो रही हैं. इजरायल और हमास के खिलाफ लड़ाई, जमीन और आसमान से जारी है. इस बीच इजरायल डिफेंस फोर्स ने हमास के खिलाफ की गई अब तक की कार्रवाई की जानकारी साझा की है.
इजरायल और हमास के बीच जारी युद्ध में सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है. शुरुआत हमास के आतंकियों ने की. पलटवार करते हुए इजरायल ने गाजा पट्टी पर हवाई हमले किए. इस लड़ाई में न सिर्फ इजरायल बल्कि गाजा पट्टी के इलाके भी मलबे में तब्दील हो रहे हैं. हमास आतंकियों के खिलाफ इजरायल के सबसे बड़े अभियान की कमान इजरायल एयरफोर्स ने संभाला हुआ है. इस दौरान हमास के 10 आतंकी ठिकानों पर हमला कर तबाह कर दिया गया है.
इजरायल और हमास आतंकियों के बीच छिड़ी इस लड़ाई की भयावह तस्वीरें सामने आ रही हैं. शहर के शहर मलबे में तब्दील हो रहे हैं. गलियां रक्त रंजित हो रही हैं. इजरायल और हमास के खिलाफ लड़ाई, जमीन और आसमान से जारी है. गाजा पट्टी से रॉकेट दागे गए तो उसके जवाब में इजरायली एयर डिफेंस ने हवा में ही मिसालों को ध्वस्त कर दिया. जिन मिसाइलों को एयर डिफेंस सिस्टम रोक नहीं पाया, वो शहर में गिरे.
इजरायल डिफेंस फोर्स ने हमास के खिलाफ की गई अब तक की कार्रवाई की जानकारी साझा की है. इसमें बताया गया है कि कल शनिवार सुबह 12 बजे से हमास द्वारा इजराइल के खिलाफ शुरू किए गए क्रूर आतंकवादी हमले के जवाब में, आईडीएफ ने गाजा में निम्नलिखित परिचालन गतिविधियां कीं-
-जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ घंटों में इजरायली लड़ाकू विमानों ने गाजा पट्टी में आतंकवादी संगठनों के तीन ऑपरेशनल मुख्यालयों पर हमला किया. इनमें से एक का उपयोग आतंकवाद को निर्देशित करने के लिए किया जाता था, दूसरा जीएपी आतंकवादी संगठन का एक ऑपरेशनल मुख्यालय, जहां से नवीनतम ऑपरेशनों में लड़ाई का संचालन किया जाता था और जीएपी आतंकवादी संगठन का एक अन्य ऑपरेशनल मुख्यालय, जिसका उपयोग किया जाता था को रॉकेट से तबाह कर दिया गया है.
-रात में 12 बजे आईडीएफ के विमान ने एक गुप्त प्रक्षेपण स्थल पर हमला किया और उसके पास 2 आतंकवादियों को निशाना बनाया. समुद्र और सुरक्षा बाड़ के रास्ते इजरायली क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश कर रहे आतंकवादियों को आईडीएफ विमानों ने निशाना बनाया.
-हमने हमास रॉकेट सिस्टम ऑपरेटर्स के एक ऑपरेशनल कमांड सेंटर और इस्लामिक जिहाद आतंकवादी संगठन से संबंधित एक ऑपरेशनल कमांड पोस्ट पर भी हमला किया.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







