
होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और टेंट सिटी... अयोध्या में श्रद्धालुओं के लिए क्या हैं तैयारियां, प्राण प्रतिष्ठा के बाद बदल जाएगी तस्वीर
AajTak
यूपी के अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी 2024 को मंदिर में होने वाले प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होंगे. वह यहां श्री राम जन्मभूमि परिसर, कुबेर टीला, शिव मंदिर फिर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के गर्भ गृह में प्राण प्रतिष्ठा पूजा में भाग लेंगे. पूजन के बाद रामलला की आरती करेंगे. प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर अयोध्या में हाईटेक टेंट सिटी के साथ ही कई सुविधाएं तैयार की गई हैं.
Ayodhya News: अयोध्या के श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद हर रोज बड़ी संख्या में लोग अयोध्या आने लगेंगे. इसी को लेकर यहां विशेष तैयारियां की जा रही हैं. यहां आने वाले श्रद्धालुओं को ध्यान में रखते हुए होटल, धर्मशाला, गेस्ट हाउस और टेंट सिटी तैयार की गई है. दर्शन के बाद यहां लोग कहां-कहां ठहर सकते हैं, इसे खास तौर पर ध्यान में रखा गया है. यहां हाईटेक टेंट सिटी भी है, जिसकी सुविधाएं और किराया किसी बड़े होटल से कम नहीं है.
अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि मंदिर के पास टेंट सिटी तैयार की गई है. इसे गुजरात की कंपनी प्रवेज ने करीब 8500 वर्ग मीटर में बनाया है. इसके अंदर प्रवेश करने के साथ ही अयोध्या के धार्मिक महत्व की झलक मिलती है. प्रवेश द्वार पर मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम की चरण पादुकाएं फव्वारे के बीच नजर आएंगी, इसी के साथ तीर-धनुष, स्वास्तिक व ओम की उकेरी गईं आकृतियां नजर आएंगी. वहीं हरा भरा प्राकृतिक वातावरण और सुविधाएं रोमांच का अनुभव कराती हैं.
किसी बड़े होटल की तरह की सुविधाओं से युक्त इस तरह की टेंट सिटी अयोध्या में तीन जगहों पर तैयार की गई है. यहां ठहरने के लिए अगर इसी महीने पहुंचेंगे तो 8000 से 10000 के बीच किराया लगेगा, लेकिन अगर 10 जनवरी के बाद इस टेंट सिटी में ठहरेंगे तो 15000 से 20000 के बीच किराया चुकाना होगा, क्योंकि उस समय श्री राम जन्मभूमि मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम की धूम होगी.
अयोध्या में कहां-कहां तैयार की गई है टेंट सिटी
हाईटेक टेंट सिटी की बात करें तो गुप्तार घाट ब्रह्मकुंड गुरुद्वारे के पास और राम कथा संग्रहालय के पीछे तैयार की गई है. उच्च सुख सुविधाओं वाली यह टेंट सिटी अयोध्या विकास प्राधिकरण के सहयोग से निजी कंपनियों ने विकसित की है.
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने भी विकसित की टेंट सिटी

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.







