हिमाचल में 214-उत्तराखंड में 52 मौतें, 10000 मकान तबाह... इस मॉनसून ने पहाड़ों पर मचाई कितनी तबाही?
AajTak
हिमाचल और उत्तराखंड में 24 जून से अब तक मॉनसूनी बारिश ने भारी तबाही मचाई है. जहां हिमाचल में बारिश ने 50 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया. राज्य में बाढ़-बारिश, लैंडस्लाइड से जुड़ी घटनाओं में 214 लोगों की मौत हुई है. वहीं उत्तराखंड में 52 लोगों ने जान गंवाई है.
पहाड़ जल प्रलय से जूझ रहे हैं. हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भारी बारिश के चलते नदियां उफान पर हैं. पहाड़ दरक रहे हैं. जगह जगह लैंडस्लाइड से तबाही देखने को मिल रही है. आसमानी आफत से हर तरफ हाहाकार मची है. भारत के इन दोनों पहाड़ी राज्यों में मॉनसून तबाही लेकर आया है. हिमाचल में 24 जून से अब तक 214 लोगों की मौत हो चुकी है. जबकि 38 लोग लापता हैं. राज्य में बारिश-लैंडस्लाइड से जुड़ी घटनाओं में 10 हजार घरों को नुकसान पहुंचा है. वहीं, उत्तराखंड में मॉनसून आने के बाद से अब तक 52 लोगों की मौत हुई है. जबकि 19 लोग लापता हैं. राज्य को 650 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है.
हिमाचल में 3 दिन से तबाही जारी
हिमाचल में रविवार से भारी बारिश जारी है. इसके चलते शिमला, सोलन समेत कई जिलों में लैंडस्लाइड हुई. शिमला में समर हिल, फगली और कृष्णानगर लैंडस्लाइड से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए. राज्य में बारिश और लैंडस्लाइड से तीन दिन में 71 लोगों की मौत हुई है. जबकि 13 लोग लापता हैं.
राज्य के बुनियादी ढांचे को बारिश-बाढ़ और लैंडस्लाइड से भारी नुकसान पहुंचा है. सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण के काम को पहाड़ जैसी चुनौती बताया. हिमाचल प्रदेश के सीएम सुक्खू ने कहा, राज्य को इस मानसून में भारी बारिश के कारण करीब 10 हजार करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. बारिश और लैंडस्लाइड की वजह से बर्बाद हुए बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण में एक साल लगेगा. सीएम ने कहा, सड़कों और जल परियोजनाओं के पुनर्निर्माण में समय लगता है. लेकिन हम इस प्रक्रिया में तेजी ला रहे हैं.
सीएम सुक्खू ने बताया कि थल सेना, वायु सेना, NDRF और SDRF बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने में लगे हुए हैं, इस प्रक्रिया में पुलिस और होम गार्ड के जवानों को भी शामिल किया गया है.
असम के पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्री नियुक्त किया गया है. हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के नेता बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) मंत्रालय का प्रभार दिया गया है.
मोदी कैबिनेट के विभागों का बंटवारा हो गया है. इस मंत्रिमंडल में राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी, निर्मला सीतारमण, जयशंकर वही मंत्रालय संभालेंगे जो अब तक संभालते आ रहे थे. मंत्रिमंडल को देखकर ऐसा लगता है कि इसमें बॉस मोदी ही हैं और वो सहयोगी दलों के किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आए. देखें ब्लैक एंड वाइट.
नरेंद्र मोदी ने बीते दिन पीएम पद की शपथ ले ली है.वहीं मोदी कैबिनेट में शामिल होने के लिए भाजपा ने अजित पवार गुट की एनसीपी को भी ऑफर दिया था, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया. इसके बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में हलचल तेज है. अजित गुट के प्रफुल्ल पटेल को राज्य मंत्री का ऑफर था, लेकिन उन्होंने ये कहकर इसे ठुकरा दिया कि वो कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं और ये उनका डिमोशन होगा. देखिए VIDEO
राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के वायरल वीडियो पर दिल्ली पुलिस का बयान आया है. इसमें कहा गया है, रविवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह के लाइव प्रसारण के दौरान कैद एक जानवर की तस्वीर दिखा रहे हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि यह जंगली जानवर है. ये तथ्य सत्य नहीं हैं. कैमरे में कैद जानवर एक आम घरेलू बिल्ली है.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मणिपुर की स्थिति पर चिंता व्यक्त की है. उनका कहना है कि मणिपुर पिछले 1 साल से शांति की प्रतीक्षा कर रहा है. भागवत ने कहा कि संसद में विभिन्न मतों के बीच सहमति बनाना कठिन है, लेकिन यह आवश्यक है. उन्होंने समाज में फैल रही असत्य बातों और कलह पर भी चिंता जताई. मणिपुर में शांति लाने के लिए प्राथमिकता देने की जरूरत पर जोर दिया.