हलाल सर्टिफिकेट वालों की 'दुकान' UP में क्यों बंद हो गई?
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UP सरकार ने क्यों बैन किया हलाल सर्टिफिकेशन, विधानसभा चुनावों में किसको चुनना चाहती कोटा की जनता, वर्ल्ड कप की रिकॉर्ड ब्रेकिंग व्यूवरशिप का किसको कितना फायदा, हूती विद्रोहियों के जहाज़ हाइजैक से कैसे प्रभावित होगी शिपिंग लाइन, सुनिए 'दिन भर' में.
बीते हफ्ते के आखिर दिन उत्तर प्रदेश से आई एक खबर ने थोड़ी हलचल कई सेक्टर्स में मचा दी. खबर थी- योगी सरकार ने हलाल सर्टिफिकेट से जुड़े फूड प्रोडक्ट्स पर बैन लगा दिया. इस बैन के बाद राज्य में हलाल प्रोडक्टस के प्रोडक्शन, स्टोरेज, डिस्ट्रिब्यूशन और बिक्री सब बंद है. हालांकि यहां ध्यान देने वाली बात ये है कि एक्सपोर्ट होने वाले प्रोडक्टस को इस बैन के दायरे से बाहर रखा गया. उत्तर प्रदेश की फूड सेफ्टी एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन यानि FSDA की आयुक्त और अपर मुख्य सचिव अनीता सिंह ने ये सूचना जारी की. अनीता सिंह ने कहा कि पहले, हलाल सर्टिफिकेशन सिर्फ मांस वाले उत्पादों तक ही सीमित था. लेकिन आज तेल, चीनी, टूथपेस्ट और मसालों जैसे सभी तरह के उत्पादों को हलाल प्रमाणपत्र जारी किया जा रहा है. लेकिन हलाल सर्टिफाइड चीजें क्या होती है? ये सर्टिफिकेशन कौन और कैसे देता है? सुनिए 'दिन भर' में.
अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में कल हुआ क्रिकेट वर्ल्ड कप फाइनल भारतीय फैंस को अगली कुछ रातों तक शायद चैन से सोने न दे. आईसीसी मेंस क्रिकेट वर्ल्ड कप का ये मैच डिज़्नी प्लस हॉटस्टार पर स्ट्रीम हो रहा था. और व्यूरशिप के सारे रिकार्ड तोड़ते हुए कल मैच से 5 करोड़ 90 लाख दर्शक जुड़े हुए थे.इससे पहले वर्ल्ड कप सेमीफाइनल मैच में विराट कोहली की 50th सेन्चुरी बनने पर प्लेटफॉर्म की व्यूरशिप 4 करोड़ 60 लाख थी. डिज़्नी प्लस हॉटस्टार के हेड Sajith Sivanandan ने दोनों टीम्स को बधाई देते हुए दर्शकों को शुक्रिया अदा किया. इस व्यूरशिप का डिज़्नी प्लस हॉटस्टार को कितना फायदा होगा, सुनिए 'दिन भर' में.
जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.