सेना जासूसी केस में अहम खुलासा, नायक परमजीत को ISI हर महीने दे रहा था 50,000 रुपए
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पूछताछ में खुलासा हुआ है कि परमजीत साल 2018 से हबीबुर्रहमान के जरिये पाकिस्तान ISI के लिए काम कर रहा था, जिसके लिए बाकायदा हर महीने पाकिस्तान ISI परमजीत को 50 हजार रुपये महीना भेजती थी. हालांकि लाकडाउन में ISI परमजीत को 20 हजार रुपए भेजने लगी थी.
भारतीय सेना की जासूसी मामले में गिरफ्तार भारतीय सेना के नायक परमजीत के बारे में पुलिस ने कई अहम खुलासे किए हैं. पुलिस के मुताबिक, परमजीत 6 मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहा था. उसने ये सभी फोन ISI के भेजे गए पैसे से खरीदे थे. परमजीत को 9 दिन की दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच की रिमांड में भेजा गया है.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.