
सीवर लॉक, पानी सप्लाई बंद, श्मशान घाटों पर ताला, सप्लाई चेन भी ठप... दिल्ली के डूबे इलाकों में क्या-क्या दिक्कतें?
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दिल्ली तीन दिन से बाढ़ से जूझ रही है. यमुना नदी का जल स्तर रिकॉर्ड 208.6 मीटर पर है. उफनती नदी ने निचले इलाकों को जलमग्न कर दिया है. श्मशान घाट से लेकर अस्पताल तक बंद हो गए हैं. शेल्टर होम भी ठप हो गए. एलएनजेपी अस्पताल में पानी पहुंच गया है. पावर कट और करंट का खतरा बढ़ गया है.
दिल्ली में यमुना नदी में बाढ़ आने से हालात खराब हैं. सड़कों से लेकर गलियों तक में पानी भरा है. लोग घरों में कैद हैं. कई इलाकों में जन-जीवन पूरी तरह पटरी से उतर गया है. यमुना का जलस्तर अभी भी डेंजर लेवल से ऊपर 208.6 मीटर पर है. राजधानी की आबादी के सामने पीने के पानी का संकट है. बाढ़ के कारण तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद हो गए हैं. जगह- जगह सीवर लॉक हैं. श्मशान घाट से लेकर शेल्टर होम तक पर ताला लग गया है. जरूरी सामानों की सप्लाई भी ठप है. यमुना के पानी में डूबे इलाकों में लोगों की दिक्कतें कम नहीं हुई हैं. आइए जानते हैं राजधानी के हालात...
दिल्ली में तीन सबसे बड़े वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला जल सोधन संयंत्र को बंद करना पड़ा है. यमुना का पानी पंप और मशीनों में घुस गया है. 25% पानी की सप्लाई प्रभावित हो गई है. ये तीनों प्लांट अगले दो दिन बंद रहेंगे. ऐसे में दिल्ली की बड़ी आबादी के सामने पानी की परेशानी बढ़ गई है.
सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, जल्द से जल्द तीनों प्लांट चालू करने की कोशिश करेंगे. अब तक 20,000 से ज्यादा लोगों को राहत शिविरों में भेजा गया है. 50 नाव तैनात हैं. जरूरत पड़ने पर नावों की संख्या बढ़ाई जाएगी.
सीवेज का पानी घरों में घुसा
मुखर्जी नगर के डीडीए फ्लैट्स में रहने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर चंद्रचूड़ सिंह ने कहा, वे पिछले दो दिनों से बदबूदार हालात में रह रहे हैं. घुटने तक सीवेज का पानी हमारे घरों में घुस गया है. बार-बार गुहार लगाने के बावजूद कोई भी मदद नहीं मिल पा रही है. उन्होंने कहा, यहां 376 फ्लैट हैं. हम नजफगढ़ नाले के कारण इस समस्या का सामना कर रहे हैं. हालांकि, अधिकारियों ने दावा किया कि सीवेज का पानी दिल्ली जल बोर्ड के मैनहोल में रिसाव के कारण इलाके में पहुंच गया है, ना कि नजफगढ़ नाले से.

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