
सीमा पर और फुर्ती से दुश्मन को छकाएगा सैनिक, DRDO ने बनाई हल्की-सुरक्षित Bulletproof Jacket
Zee News
सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों का सीना भेद पाना अब और अधिक मुश्किल होगा, वहीं भारतीय सैनिक एक हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ और भी तेज-तर्रार व फुर्ती से सीमा की सुरक्षा कर सकेंगें. दरअसल, जवानों को अब बहुत ही जल्द हल्की और बेहद सुरक्षित बुलेटप्रूफ जैकेट (Bulletproof Jacket) मिलने वाली
नई दिल्ली: सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों का सीना भेद पाना अब और अधिक मुश्किल होगा, वहीं भारतीय सैनिक एक हल्के बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ और भी तेज-तर्रार व फुर्ती से सीमा की सुरक्षा कर सकेंगें. DMSRDE Kanpur a DRDO laboratory has developed a Light Weight Bullet Proof Jacket weighing 9.0 kg meeting the qualitative requirements of Indian Army. The Front Hard Armour Panel jacket was tested successfully at TBRL Chandigarh and met relevant BIS standards. The Indian Army has placed orders worth Rs 420 crores to the manufacturers of this device and they would be deployed in all new habitats of Army and ITBP, where temperature is low: Dr Rajeev Varshney, Director Defence Institute of Physiology and Allied Sciences दरअसल, जवानों को अब बहुत ही जल्द हल्की और बेहद सुरक्षित बुलेटप्रूफ जैकेट (Bulletproof Jacket) मिलने वाली है. — DRDO (@DRDO_India) — ANI (@ANI)
INS Aridaman: भारतीय नौसेना जल्द ही अपनी सबसे एडवांस्ड न्यूक्लियर बैलिस्टिक मिसाइल सबमरीन INS अरिदमन को फ्लीट में शामिल करने वाली है. नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने पुष्टि की है कि यह पनडुब्बी अब अंतिम ट्रायल्स में है. जल्दी ही ऑपरेशनल हो जाएगी. अरिहंत-क्लास की यह तीसरी SSBN सबमरीन अब तक की सबसे शक्तिशाली मानी जा रही है. जो भारत की परमाणु क्षमता को एक नए स्तर पर पहुंचाने वाली है.

36 MW Class Gas Turbine Engine: नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने कॉन्फ्रेंस में बताया कि नौसेना अब पूरी तरह स्वदेशी 36 मेगावॉट क्लास गैस टर्बाइन इंजन, अगली पीढ़ी की डीजल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन सिस्टम. फुल-इलेक्ट्रिक प्रोपल्शन तकनीक विकसित कर रही है. इनका पहला ऑपरेशनल संस्करण 2029 में नौसेना के जहाजों पर आने की उम्मीद है.

Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.








