
सावधान! मॉनसून की बारिश ने दिल्ली में तोड़ा 41 साल का रिकॉर्ड, 1982 के बाद सबसे ज्यादा बरसात
AajTak
Delhi Rains: देश की राजधानी में भारी बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. IMD के आंकड़ों के मुताबिक, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है. वहीं, बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में आज भी मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है.
Delhi-NCR Weather Updates: दिल्ली-एनसीआर में लगातार दूसरे दिन झमाझम मॉनसून की बारिश का दौर जारी है. बारिश के चलते राष्ट्रीय राजधानी और आस-पास के इलाकों की तमाम सड़कें और कॉलोनियां जलभराव से बेहाल हैं. मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और पंजाब सहित देश के उत्तरी राज्यों में भारी बारिश हो रही है. देश की राजधानी में भारी बारिश ने 41 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. IMD के आंकड़ों के मुताबिक, 1982 के बाद से जुलाई में एक दिन में सबसे ज्यादा 153 मिमी बारिश हुई है.
इससे पहले 25 जुलाई 1982 को 169.9 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी. साल 2003 में 24 घंटे में 133.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, 2013 में दिल्ली में 123.4 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, बारिश का सिलसिला अभी थमा नहीं है. मौसम विभाग के मुताबिक, दिल्ली-एनसीआर में आज (रविवार), 9 जुलाई को भी मध्यम से भारी बारिश होने की संभावना है.
रिकॉर्ड तोड़ मॉनसून की बारिश में दिल्ली से राजस्थान तक पानी-पानी
#WATCH | Moderate to heavy rain to continue in Delhi today Delhi's Safdarjung observatory recorded 153mm of rain at 0830 hours today, the highest since 25th July 1982: India Meteorological Department pic.twitter.com/Mz9kIB8geX
IMD के मुताबिक, दिल्ली के नरेला, अलीपुर, रोहिणी, पीतमपुरा, पश्चिम विहार, पंजाबी बाग, कश्मीरी गेट, सीलमपुर, राजौरी गार्डन, लाल किला, राजीव चौक, आईटीओ और आस-पास के इलाकों में गरज के साथ हल्की से मध्यम तीव्रता की बारिश होगी. वहीं, नजफगढ़, द्वारका, इंडिया गेट, अक्षरधाम, पालम, आईजीआई एयरपोर्ट और एनसीआर के गुरुग्राम, फरीदाबाद, मानेसर, बल्लभगढ़, कैथल, नरवाना, बरवाला, सोहना, नूंह में हल्की से मध्यम बारिश होगी.
इसके अलावा पानीपत, गोहाना, गन्नौर, सोनीपत, रोहतक, शामली, कांधला, बड़ौत, बागपत, खेकड़ा, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, संभल, बिलारी और अलवर में भी बारिश होने की संभावना है.

चीनी सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के उन बयानों को प्रमुखता दी, जिनमें उन्होंने भारत और चीन को रूस का सबसे करीबी दोस्त बताया है. पुतिन ने कहा कि रूस को दोनों देशों के आपसी रिश्तों में दखल देने का कोई अधिकार नहीं. चीन ने पुतिन की भारत यात्रा पर अब तक आधिकारिक टिप्पणी नहीं की है, लेकिन वह नतीजों पर नजर रखे हुए है.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सम्मान में राष्ट्रपति भवन में शुक्रवार रात डिनर का आयोजन किया गया. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस डिनर में लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को निमंत्रण नहीं दिया गया. इसके बावजूद कांग्रेस के सांसद शशि थरूर को बुलाया गया.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.







