'सामना' के लेख से MVA में खलबली, डिप्टी सीएम अजित पवार बोले-ऐसे बयान से बचें राउत
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संजय राउत के लेख पर आपत्ति जताते हुए महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा है कि एनसीपी में कोटा से किसे कौन सा पद मिलेगा, ये शरद पवार तय करते हैं. किसी दूसरे को इस पर सवाल करने का कोई अधिकार नहीं है.
शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे संपादकीय के बाद महाराष्ट्र सरकार के गठबंधन में भूचाल आ गया है. सामना में ये सम्पादकीय शिवसेना सांसद संजय राउत ने लिखा है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि मुंबई पुलिस आयुक्तालय में बैठकर सचिन वाजे वसूली करता रहा और गृहमंत्री को इस बारे में जानकारी नहीं होगी? इसके अलावा संजय राउत ने लिखा 'अनिल देशमुख को गृहमंत्री का पद दुर्घटनावश मिल गया. जयंत पाटिल, दिलीप वलसे पाटिल ने गृहमंत्री का पद स्वीकार करने से मना कर दिया था, तब ये पद शरद पवार ने अनिल देशमुख को सौंपा था. इस पद की एक गरिमा और रुतबा है.'जम्मू के रियासी जिला अस्पताल में आतंकी हमले के बाल बच्चे भर्ती हैं. इन मासूम बच्चों को देखकर किसी का भी कलेजा फट सकता है. आतंकवादियों ने जो बर्बरता की है, उसके प्रमाण आप देख सकते हैं. श्रद्धालुओं ने जब आतंकवादी हमले की कहानी सुनाई, तो दिल दहल गया. आप उन आतंकवादियों की बर्बरता का अंदाजा नहीं लगा सकते.
महाराष्ट्र के ठाणे में ठगों ने यूपी पुलिस का अधिकारी बनकर एक कारोबारी को करीब 20 लाख रुपये का चूना लगा दिया. ठगों ने कारोबारी को मनी लॉन्ड्रिंग के केस में फंसाने की धमकी दी थी और गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसों की मांग की थी. पैसे देने के बाद जब कारोबारी ने लखनऊ में फोन कर यूपी पुलिस थाने में जानकारी ली तो उसे पता चला कि उसके खिलाफ कोई केस ही नहीं है.
महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे की अगुवाई वाली शिवसेना भी मोदी कैबिनेट में जगह नहीं मिलने से नाराज हो गई है. पार्टी के चीफ व्हिप श्रीरंग बारणे का कहना है कि उनकी पार्टी ने सात सीटें जीती हैं और बावजूद इसके उन्हें कोई कैबिनेट मंत्रालय नहीं दिया गया. उनका कहना है कि एनडीए के अन्य घटक दलों को कम सीट मिलने पर भी कैबिनेट में जगह मिली है.