
सपा विधायक इरफान सोलंकी के ठिकानों पर ED की छापेमारी, काटा गया CCTV का कनेक्शन
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समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापा मारा है. छापेमारी के दौरान वहां लगे सीसीटीवी कनेक्शन को काट दिया गया है.
समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के ठिकाने पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की टीम ने छापा मारा है. छापेमारी के दौरान वहां लगे सीसीटीवी कनेक्शन को काट दिया गया है. छापेमारी लखनऊ जोन के अधिकारियों की टीम ने गुरुवार को सुबह-सुबह की है. ईडी की टीम ने जाजमऊ स्थित सपा विधायक के आवास पर यह एक्शन लिया है.
ईडी की एक टीम ने इरफान सोलंकी के भाई अरशद के घर पर भी छापेमारी कर रही है. अरशद सोलंकी से उनके आवास पर पूछताछ चल रही है. ईडी की टीम ने सपा विधायक के परिसर में लगा सीसीटीवी कनेक्शन बंद कर दिया है.
राज्यसभा चुनाव में नहीं डाल पाए थे वोट
बता दें कि कानपुर से समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी पिछले 1 साल से जेल में बंद हैं. उनके खिलाफ एक महिला ने प्लाट पर कब्जा करने की मंशा से आगजनी करने का आरोप लगाया है. विधायक इरफान सोलंकी के ऊपर अब तक 17 केस दर्ज हो चुके हैं. राज्यसभा चुनाव के समय इरफान सोलंकी ने वोट डालने के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. हालांकि, कोर्ट ने उनकी अर्जी को खारिज कर दिया था.
ट्रायल कोर्ट ने खारिज कर दी थी अर्जी
इरफान सोलंकी के वकील मोहम्मद आसिफ खान ने एमपी-एमएलए कोर्ट में अर्जी दाखिल कर मांग की थी कि उन्हें राज्यसभा चुनाव में वोट डालने की अनुमति दी जाए. इरफान के वकील ने कोर्ट में बीते दिनों झारखंड सीएम हेमंत सोरेन का उदाहरण देते हुए अपील की थी कि जैसे उच्च न्यायालय ने फ्लोर टेस्ट के लिए झारखंड के सीएम को जेल से बाहर जाने की अनुमति दी, वैसे ही इरफान को वोट डालने के लिए अनुमति दी जाए. इस पर सरकारी वकील भास्कर मिश्रा ने कोर्ट में दलील दी कि इरफान की याचिका पैरोल या शॉर्ट टर्म बेल जैसी प्रतीत हो रही है. इसके बारे में निर्णय करने का अधिकार ट्रायल कोर्ट को नहीं है. कोर्ट ने इसे मानते हुए अर्जी खारिज कर दी थी.

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