
शपथ लेने के साथ ही माननीयों को मिलेंगी ये सुविधाएं... जानें कितनी है सांसद की सैलरी
AajTak
लोकसभा में चुनकर आए कई सांसदों ने आज सोमवार को संसद सदस्य के रूप में शपथ ली है. इसके साथ ही वे आम से खास हो गए हैं अब वे माननीय कहलाएंगे. खास बात है कि संसद का आधिकारिक सदस्य बनने के बाद उन माननियों को कई सरकारी सुविधाएं भी मिलने लगती हैं. जानें अब माननीय सदस्यों को क्या सुविधाएं मिलेंगी.
18वीं लोकसभा का सत्र शुरू हो चुका है और कई सांसदों ने संसद सदस्य के रूप में शपथ भी ले ली है. इसके बाद जनता के चुने हुए आम ये माननीय सांसद कहलाते हैं. उन्हें कई सरकारी सुविधाएं भी मिलने लगती हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कैबिनेट मंत्रियों समेत कई नेताओं ने संसद सदस्य के रूप में सोमवार को शपथ ली. शपथ ग्रहण के बाद सांसद लोकसभा के आधिकारिक सदस्य बन गए हैं. इसके साथ ही उन्हें कई सरकारी सुविधाएं मिलनी शुरू हो जाती हैं.
यह भी पढ़ें: किसी ने संस्कृत में तो किसी ने याद करके ली शपथ... लोकसभा में दिखी पूरे भारत की झलक
सांसदों को मिलता है खास बंगला
संसद का आधिकारिक सदस्य बनने के बाद सभी को को जो सरकारी सुविधाएं मिलती हैं, उसमें सबसे खास है लुटियंस दिल्ली में मिलने वाला सरकारी बंगला. हर महीने वेतन और पेंशन, मुफ्त हवाई, रेल और सड़क यात्रा, फ्री टेलीफोन और इंटरनेट सुविधा. साथ ही उनके परिवार के लिए फ्री इलाज भी शामिल हैं.
मिलने वाली सैलरी में सांसदों को हर महीने 1 लाख रुपये सैलरी और अन्य कई तरह का भत्ता भी मिलता है. देशभर में यात्रा के लिए मुफ्त यात्रा पास और टोल फ्री सुविधा मिलती है. वहीं, सांसदों और उनके परिवार के सदस्यों का इलाज सरकारी अस्पतालों में मुफ्त होता है. यह सुविधाएं उन्हें अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने में सहायक होती हैं.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










