
ये है स्टूडेंट्स के लिए बना खास कमरा... शुरू होते ही हो जाता है खत्म, छात्रा ने बताई खासियत
AajTak
दक्षिण कोरिया के सियोल में स्नातक की एक छात्रा ऐसे कमरे में रहती है, जो शुरू होते ही खत्म हो जाता है. यह माइक्रो-अपार्टमेंट इतना छोटा है कि बमुश्किल इसमें एक बेड आ सकता है. फिर भी इसमें बेड, टेबल, कुर्सी, फ्रिज जैसी तमाम सुविधाएं मौजूद है.
दक्षिण कोरिया में छात्र-छात्राओं के लिए एक विशेष तरह का कमरा मिलता है, जो इतना छोटा होता है कि उसमें किसी तरह एक शख्स सो पाए. इस कमरे को वहां गोशिवॉन कहा जाता है. जर्मनी से सियोल पढ़ने आई एक लड़की को ऐसे ही छोटे से गोशिवॉन में रहना पड़ा रहा है. उसने बताया कि यह छोटा होने के बावजूद कितना आरामदायक है.
27 वर्षीय लिडिया रूका, सियोल में ग्रेजुएशन की छात्रा है. यहां वह बिजनेस की पढ़ाई कर रही हैं.वह सिर्फ 8x9 फीट के एक छोटे से कमरे में यहां रहती है. इस माइक्रो-अपार्टमेंट को गोशिवोन के नाम से भी जाना जाता है, इसमें एक सिंगल बेड, एक डेस्क और कुर्सी, शेल्फ, एक छोटा फ्रिज और एक शौचालय है.
'सीमित जगह में भी आराम से रहा जा सकता है' वहां जाने से पहले लिडिया को अपनी बहुत सारी चीजों से छुटकारा पाना पड़ा. लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि उन्होंने अपनी नई सीमित जीवनशैली को अपना लिया है और उसे बहुत पसंद कर रही हैं. उन्होंने बताया कि सीमित जगह और कम संसाधन में भी कोई कैसे आराम से रह सकता है, यहां आकर पता चला.
गोशिवॉन के नाम से जाना जाता है ये कमरा जर्मनी के फ्रैंकफर्ट की एक स्नातक छात्रा लिडिया ने कहा कि जब मैं यहां आई तो मैं वास्तव में यह देखकर बहुत हैरान थी कि मैंने कितना सारा सामान इकट्ठा कर लिया था. इस छोटे से कमरे में आने पर मुझे एहसास हुआ कि हम बिना सोचे-समझे कितनी लग्जरी का उपभोग करते हैं. जिसकी वास्तव में हमें कम जरूरत होती है.
पहली बार रहने आई लड़की ने बताई इसकी खासियत लिडिया करीब ढाई साल पहले सियोल आई थी. इससे पहले एक बड़े से ठीक-ठाक अपार्टमेंट में रहती थी. इस शहर में उनका छठा साल है, लेकिन गोशिवॉन में रहना उनका पहला मौका है. लिडिया ने कहा कि मेरे पिछले चार घर 'पश्चिमी शैली' के अपार्टमेंट थे जो प्रवासियों और विदेशी छात्रों के लिए थे.
सिर्फ 77 वर्गफीट का है कमरा लिडिया ने बताया कि मुझे सेमेस्टर के बीच में ही पहले वाला घर छोड़ना पड़ा था. इसलिए कमरा ढूंढना थोड़ा मुश्किल था. यही वजह है कि मुझे सबसे छोटे कमरों वाला गोशिवॉन मिला. लिडिया को अपने सामान को 77 वर्ग फुट के माइक्रो-अपार्टमेंट में फिट करने के लिए काफी कम जगह लेनी पड़ी.

Surya Mangal Yuti 2025: 16 दिसंबर को धनु राशि में बनेगी सूर्य-मंगल की युति, इन राशियों को होगा फायदा
Surya Mangal Yuti 2025: धनु राशि में बन रही सूर्य-मंगल की शक्तिशाली युति कई राशियों के जीवन में नई ऊर्जा, बदलाव और नए अवसर लेकर आ रही है. करियर, धन, रिश्ते और आत्मविश्वास से जुड़े मामलों में भी बड़ा सुधार देखने को मिल सकता है.

क्या आपने कभी गौर किया है कि दुनिया का कोई भी बड़ा नेता-चाहे वह अमेरिकी राष्ट्रपति हो या फ्रांस का प्रमुख भारत पहुंचते ही सबसे पहले हैदराबाद हाउस ही क्यों जाता है? इसकी वजह सिर्फ परंपरा नहीं, बल्कि एक ऐसा शाही अतीत है जिसमें निजाम की रईसी, ब्रिटिश दौर की राजनीतिक जटिलताएं और आजादी के बाद भारत की उभरती कूटनीतिक पहचान तीनों के निशान गहराई से दर्ज हैं.











