यूपी: टप्पल में दुल्हन का घूंघट हटाने पर हुआ बवाल, कोरोना जांच करने गई टीम को ग्रामीणों ने दौड़ाकर पीटा
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में कोरोना की जांच कर रही थी. एक नवविवाहिता महिला अपनी जांच कराने के लिए जांच केंद्र पर पहुंची. जांच अधिकारी को महिला के नाक और मुंह से सैंपल लेने थे, लेकिन नई नवेली दुल्हन किसी भी हालत में अपना घूंघट हटाने को तैयार नहीं थी.
उत्तर प्रदेश के गांव-गांव में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. इसे कंट्रोल करने के लिए सरकार की तरफ से प्रयास किए जा रहे हैं. इसके तहत गांव में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को आधुनिक उपकरणों से सुसज्जित किया जा रहा है साथ ही आदेश दिए गए हैं कि स्वास्थ्य विभाग की टीम, गांव-गांव जाकर ग्रामीणों का कोरोना टेस्ट करेंगे. बस कुछ इसी तरह स्वास्थ्य विभाग की टीमें ग्रामीणों का कोरोना टेस्ट करने के लिए अलीगढ़ के टप्पल इलाके के साहा नगर सोरौला गयी थी. सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा था. गांव के तमाम लोगों ने अपने एंटीजन टेस्ट कराएं और सैंपल स्वास्थ्य टीम को दिए. इसी बीच अचानक कुछ ऐसा हुआ कि गांव वालों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम पर हमला बोल दिया और स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारियों को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा. स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के कागजात फाड़ दिए गए और जांच किट छीन लिए गए. इस घटना में दो स्वास्थ्य कर्मी घायल हो गए. स्वास्थ्यकर्मियों ने घटना की जानकारी पुलिस को दी है और रिपोर्ट दर्ज करवाई है.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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