
म्यांमार-मणिपुर-असम ड्रग रूट पर NCB की बड़ी कार्रवाई, बराक नदी से 6 किलो हेरोइन बरामद
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एनसीबी गुवाहाटी ने अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए म्यांमार-णिपुर-असम रूट पर चल रही तस्करी का भंडाफोड़ किया. सिलचर के पास बराक नदी से एक मोटरबोट पकड़ी गई, जिसमें 6 किलो हाई-ग्रेड हेरोइन बरामद की गई. दो तस्करों को गिरफ्तार किया गया. तस्कर जंगल और नदी मार्ग से सुरक्षा एजेंसियों को चकमा दे रहे थे.
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) गुवाहाटी जोनल यूनिट ने म्यांमार से भारत की ओर सक्रिय एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग तस्करी नेटवर्क को एक संगठित ऑपरेशन के तहत ध्वस्त किया है. यह गिरोह मणिपुर के घने जंगलों और असम की नदियों का इस्तेमाल कर सुरक्षा एजेंसियों से बचते हुए हेरोइन की बड़े पैमाने पर तस्करी कर रहा था. लंबे समय से जुटाई गई खुफिया जानकारी के आधार पर एनसीबी ने इस मॉड्यूल की गतिविधियों पर नजर रखी और आखिरकार 1 दिसंबर को एक बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया.
सूत्रों के मुताबिक तस्कर म्यांमार से निकलकर मणिपुर के कठिन जंगल मार्गों से होकर बराक नदी तक पहुंचते थे. इसके बाद छोटी स्वदेशी मोटरबोटों की मदद से वे ड्रग्स को सिलचर की ओर ले जाते थे, ताकि चेक-पोस्ट, सुरक्षा कैंप और शहरी निगरानी से बचा जा सके. इसी रणनीति को ध्यान में रखते हुए एनसीबी की टीम ने नदी मार्ग पर एक सटीक ऑपरेशन की योजना बनाई.
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बराक नदी में सिलचर के पास एक संदिग्ध मोटरबोट को रोककर जब तलाशी ली गई, तो दो लोगों जैकब हमार और मेलोडी हमार को गिरफ्तार किया गया. बोट की गहराई से तलाशी लेने पर बांस की तहों के नीचे 530 साबुन के डिब्बों में छिपाई गई 6.149 किलो हाई-ग्रेड हेरोइन बरामद हुई. अंतरराष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत करीब 12.5 करोड़ रुपये आंकी गई है.
म्यांमार से भेजा गया था कंसाइनमेंट
शुरुआती जांच से स्पष्ट संकेत मिलते हैं कि यह कंसाइनमेंट म्यांमार से भेजा गया था और इसे हमारखौलियन-फुलेर्टल-लखीपुर बेल्ट तक पहुंचाया जाना था, जहां से इसे आगे विभिन्न नेटवर्कों को सप्लाई किया जाना था. एनसीबी का कहना है कि नदी मार्गों का इस्तेमाल तस्करी के नए पैटर्न को दर्शाता है, जो सुरक्षा एजेंसियों के लिए नई चुनौती है.

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