
'मोदी जी मुसलमानों की मस्जिद, जमीन, कब्रिस्तान हड़पना चाहते हैं...', बोले असदुद्दीन ओवैसी
AajTak
AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, तिरुपति के प्रसाद में एनिमल फैट आने से आपको ऐतराज है. हम भी मानते हैं कि आस्था का विषय है. ये नहीं होना चाहिए. लेकिन हम हमारे धर्म में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे. मोदी जी मुसलमानों की मस्जिद, जमीन, कब्रिस्तान को हड़पना चाहते हैं.
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने वक्फ बोर्ड को लेकर बीजेपी पर हमला बोला है. ओवैसी ने कहा, वक्फ बोर्ड प्राइवेट प्रॉपर्टी है. जबकि बीजेपी ऐसे बता रही है कि जैसे सरकारी प्रॉपर्टी है. बीजेपी और आरएसएस झूठा प्रपोगेंडा फैला रही है.
उन्होंने कहा, जैसे हिंदू धर्म में प्रॉपर्टी दान दी जाती है, ठीक उसी तरह मुस्लिमों में दान की गई प्रॉपर्टी होती है. यह संशोधन बिल इसलिए लाया गया है ताकि वक्फ बोर्ड को हमेशा हमेशा के लिए खत्म किया जा सके. बिल में कहा गया है कि कोई भी प्रॉपर्टी सरकार के अंडर में है, उसका फैसला कलेक्टर करेगा. कलेक्टर भी तो सरकारी है. स्टेट वक्फ बोर्ड में मुस्लिम मेंबर होते हैं. आप उसमें 8 से 9 अपॉइंटमेंट गैर मुस्लिम करना चाहते हैं.
'हमारे धर्म में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं'
ओवैसी ने आगे कहा, तिरुपति के प्रसाद में एनिमल फैट आने से आपको ऐतराज है. हम भी मानते हैं कि आस्था का विषय है. ये नहीं होना चाहिए. लेकिन हम हमारे धर्म में हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे. मोदी जी मुसलमानों की मस्जिद, जमीन, कब्रिस्तान को हड़पना चाहते हैं.
'रैली में कोई मुस्लिम विधायक क्यों नहीं आया?'
उन्होंने कहा, महाविकास अघाड़ी से गठबंधन के लिए इम्तियाज जलील (AIMIM नेता) ने लिखित प्रस्ताव कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और एनसीपी के अध्यक्ष को दिया है, अब उन्हें फैसला लेना है. इम्तियाज जलील ने अपनी तिरंगा रैली में सभी को शामिल होने के लिए निमंत्रण भेजा था. इतने सारे उनके मुस्लिम विधायक चुनकर आये थे, उसमें से कोई नहीं आया है. यह रैली AIMIM की पॉलिटिकल रैली नहीं थी. पैगाम मोहम्मद के खिलाफ जिन्होंने बोला था, यह रैली उनके खिलाफ थी तो सबको शामिल होना चाहिए था.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.

श्रीनगर इन दिनों एक ब्लैक बियर से परेशान है. कभी NIT कैंपस, कभी कश्मीर यूनिवर्सिटी, तो कभी SKIMS... अब यह भालू निगीन झील के आसपास घूमता दिखा है. विभाग ने शहरभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें ड्रोन, ट्रैंक्विलाइजर गन, रैपिड-रिस्पॉन्स टीमें और एंबुलेंस तैनात हैं. अधिकारियों ने कहा है कि बाहर केवल जरूरत होने पर ही निकलें.






