महाराष्ट्र के मंत्री दीपक केसकर ने बाला साहब पर कही ये बात, उद्धव पर बचते नजर आए
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हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है. इस विस्तार में सावंतवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक चुने गए दीपक केसरकर को भी जगह मिली है. केसरकर ने कहा कि सुबह बालासाहब स्मृतिस्थल पर गए थे तब विरासत का सवाल आया. उद्धव सहाब पर मैं कभी नही बोलूंगा. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता है. मैं म्यूंसिपल में था तभी मैंने काफी काम किया था.
हाल ही में महाराष्ट्र सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया है. इस विस्तार में सावंतवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार विधायक चुने गए दीपक केसरकर को भी जगह मिली है. दीपक केसरकर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बाला साहब का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि सुबह बालासाहब स्मृतिस्थल पर गए थे तब विरासत का सवाल आया. उद्धव साहब पर मैं कभी नही बोलूंगा.
केसकर ने कहा, इतिहास गवाह है कि महाराष्ट्र में संघर्ष हुआ था. मुंबई के साथ संयुक्त महाराष्ट्र बना तब प्रबोधनकर ठाकरे थे, जिन्होंने मराठी आत्मसम्मान के लिए लड़ाई लड़ी होगी ये पता था. उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता है. मैं म्यूंसिपल में था तभी मैंने काफी काम किया था. टूरिस्ट महाराष्ट्र में काफी आते हैं. फेस्टिवल या महाराष्ट्र में काफी चीजे थीं. टूरिस्ट के बारे में सोचना चाहिए. इतिहास लोगो के सामने आना चाहिए.
मंत्री ने कहा कि अभी तक कुछ काम शुरू है, इसलिए पोर्टफोलियो नहीं हुआ है. केंद्र से डबल मदद राज्य दे रहा है. किसी भी काम का प्रोसेस होता है. स्टाफ, ऑफिस का काम होता है जिसे देर लगती है, पर अधिवेशन के पहले तो पोर्टफोलियो हो जाएंगे.
नाना पटोले पर केसकर ने कहा कि अनैसर्गिक आघाड़ी के बारे में नाना का कहना उचित है. केसकर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि संजय राठौड़ को क्लीन चिट डिपार्टमेंट से मिला, फिर सवाल क्यों हो रहा है. बिहार पर उन्होंने कहा कि नीतीश अच्छे सीएम हैं. पहले बीजेपी, RJD फिर बीजेपी फिर RJD ऐसा करने के बाद क्या उनका अनुभव है ये बताना पड़ेगा? नरेंद्र मोदी अच्छे पीएम हैं इसलिए उन्हें RJD के साथ जाने के बाद भी अपनाया.
‘जिस घर में कील लगाते जी दुखता था, उसकी दीवारें कभी भी धसक जाती हैं. आंखों के सामने दरार में गाय-गोरू समा गए. बरसात आए तो जमीन के नीचे पानी गड़गड़ाता है. घर में हम बुड्ढा-बुड्ढी ही हैं. गिरे तो यही छत हमारी कबर (कब्र) बन जाएगी.’ जिन पहाड़ों पर चढ़ते हुए दुख की सांस भी फूल जाए, शांतिदेवी वहां टूटे हुए घर को मुकुट की तरह सजाए हैं. आवाज रुआंसी होते-होते संभलती हुई.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नवनियुक्त केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और नितिन गडकरी से सोमवार को नई दिल्ली में मुलाकात की. भाजपा के तीनों नेताओं ने रविवार को मोदी-3.0 में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली थी. 2024 लोकसभा चुनाव जीतने के बाद तीनों वरिष्ठ नेताओं से योगी आदित्यनाथ की यह पहली मुलाकात है.