
ममता बनर्जी को लगी चोट गंभीर है अपने रहस्यमयी कारणों से, आखिर एक CM की सुरक्षा का सवाल है
AajTak
जिन परिस्थितियों में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को चोट लगी है, मामला काफी गंभीर लगता है - क्योंकि ये देश के एक मुख्यमंत्री की सुरक्षा में बहुत बड़ी चूक का मामला है, जिसे Z+ कैटेगरी की सिक्योरिटी मिली हुई हो.
ममता बनर्जी के सिर पर चार टांके लगे हैं. चोट लगने के बाद ममता बनर्जी को फौरन ही एसएसकेएम अस्पताल पहुंचाया गया, और वीवीआईपी वुडबर्न वॉर्ड में भर्ती कराया गया था. इलाज के बाद उनको अस्पताल से डिस्चार्ज कर उनके आवास पर शिफ्ट कर दिया गया है, जहां वो मेडिकल निगरानी में हैं - और इस घटना के बाद मुख्यमंत्री आवास की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है.
तीन महीने के भीतर ममता बनर्जी को दूसरी बार सिर में चोट लगी है. जनवरी, 2024 में वो सड़क हादसे का शिकार हो गई थीं. वो एक सरकारी कार्यक्रम से लौट रही थीं, तभी कोहरे की वजह से ड्राइवर को अचानक ब्रेक लगाना पड़ा और वो जख्मी हो गई थीं. अभी वाली घटना से पहले भी, कुछ ही देर पहले एक कार्यक्रम से लौटी थीं. 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों के दौरान भी ममता बनर्जी के पैर में चोट लग गई थी, जब वो अपने चुनाव क्षेत्र नंदीग्राम में थीं - और लोकसभा चुनाव 2024 से पहले वो फिर से जख्मी हो गई हैं. पैर में प्लास्टर लगने के कारण ममता बनर्जी को पूरे चुनाव में व्हील चेयर पर ही कैंपेन करना पड़ा था.
मुख्यमंत्री के घायल होने की सूचना मिलते ही राज्य के मुख्य सचिव और गृह सचिव के अलावा पश्चिम बंगाल के कई मंत्री, विधायक और बड़ी संख्या में समर्थक अस्पताल पहुंच गए. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी हालचाल लेने अस्पताल पहुंचे थे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने ममता बनर्जी के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने चोट लगने की खबर सुन कर हैरानी जताई है, और उनके जल्दी ठीक होने की कामना की है.
कोलकाता पुलिस आयुक्त विनीत गोयल ने घटना की जांच का आदेश दिया है, ताकि ये पता लगाया जा सके कि मुख्यमंत्री की सुरक्षा में हुई चूक का पता लगाया जा सके - क्योंकि ममता बनर्जी ने, रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस आयुक्त को बताया है कि किसी ने पीछे से उनको धक्का दिया था.
किन परिस्थितियों में ममता बनर्जी को चोट लगी?

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










