मनसुख हिरेन मर्डर केस: मीठी नदी से खुले कड़वे राज, NIA का दावा- सचिन वाजे ने सबूत मिटाए थे
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NIA के मुताबिक, मीठी नदी में तलाशी के दौरान लैपटॉप, सीपीयू, प्रिंटर और नंबर प्लेट समेत कई अहम सबूत मिले हैं. ये सबूत वाजे ने ही नदी में फेंके थे.
एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन मर्डर केस की जांच के लिए रविवार को NIA सचिन वाजे को मीठी नदी के पास लेकर गई. NIA को शक था कि हत्या करने के बाद वाजे और उसके साथियों ने नदी में सबूत फेंक दिए थे. इन सबूतों की तलाश के लिए ही NIA यहां पहुंची. गोताखोरों की मदद से एजेंसी को कई अहम सुराग भी मिले. उसके बाद NIA के एक अधिकारी ने आजतक से बातचीत में बताया कि सचिन वाजे ने सबूत मिटाए थे. सबूत मिटाने पर जब वाजे से पूछा गया, तो उसने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया था. हालांकि, बाद में जब वाजे का बुकी नरेश और मुंबई पुलिस के पूर्व कॉन्स्टेबल विनायक शिंदे से आमना-सामना कराया गया, तो उसने सारी बात उगल दी. NIA के सीनियर अधिकारी ने बताया कि सचिन वाजे कुछ भी बताने से इनकार कर रहा था. जिसके बाद मनसुख हिरेन मर्डर केस में पकड़े गए तीनों आरोपी सचिन वाजे, बुकी नरेश और विनायक शिंदे को आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की गई. जिसके बाद वाजे ने सबूत मिटाने की बात कुबूली. उन्होंने बताया कि वाजे के कहने पर ही NIA मीठी नदी आई थी और यहां से एजेंसी को कई अहम सबूत हाथ लगे हैं.More Related News
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