
मंत्री की भी नहीं माना समाज... MP में दलित के घर भोजन करने पर युवक का बहिष्कार, पंचायत ने दी अजीब सजा
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MP News: रायसेन में जिस दलित परिवार के यहां भोजन करने वालों का सामाजिक बहिष्कार हुआ था, मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटेल ने उसी परिवार के घर भोजन कर सामाजिक समरसता का संदेश दिया था.
MP News: रायसेन जिले में सामाजिक बहिष्कार का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. उदयपुरा के पिपरिया पुआरिया गांव में भरत सिंह धाकड़ ने आरोप लगाया है कि एक दलित परिवार के यहां श्राद्ध समारोह में खाना खाने पर गांव की पंचायत ने उनके परिवार का समाज से बाहर कर दिया है.
यह घटना करीब एक महीने पहले जिला मुख्यालय से करीब 100 किलोमीटर दूर उदयपुरा के पिपरिया पुआरिया गांव में हुई थी और इस मामले की जन सुनवाई के दौरान यह सामने आई।
गांव की पंचायत ने एक दलित आदमी के घर खाना खाने के लिए ऊंची जाति के समुदाय के 3 सदस्यों का सामाजिक बहिष्कार करने का आदेश दिया और बहिष्कार से बचने के लिए उनके सामने कुछ शर्तें रखीं, जिसमें भोज देना भी शामिल था.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि तीनों में से 2 लोगों ने पंचायत की शर्तें मान लीं और 'प्रायश्चित' किया, लेकिन उनमें से एक भरत सिंह धाकड़ ने पुलिस से संपर्क किया और गांव की संस्था के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके और उसके परिवार के सदस्यों के साथ अछूतों जैसा व्यवहार किया जा रहा है और उन्हें सामाजिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेने से रोका जा रहा है। हालांकि, गांव के सरपंच ने इन आरोपों को खारिज कर दिया.
उदयपुरा के तहसीलदार दिनेश बरगले ने बताया कि धाकड़ ने जन सुनवाई के दौरान कलेक्टर को एक आवेदन दिया, जिसमें पंचायत पर सामाजिक बहिष्कार का आदेश जारी करने का आरोप लगाया गया. उन्होंने कहा कि धाकड़ ने ये आरोप संबंधित ग्राम पंचायत के सरपंच, उप सरपंच और पंचों पर लगाए हैं.
बरगले ने कहा, "मामले की जांच की जा रही है और अगर आरोप सच पाए जाते हैं, तो इसमें शामिल लोगों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी."

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