भारत में कोरोना त्रासदी से क्यों बढ़ गई है पूरी दुनिया की चिंता?
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विश्व स्वास्थ्य संगठन की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि यह वायरस न सीमाओं का, न राष्ट्रीयता का, न उम्र का, न लिंग का और न ही धर्म का लिहाज करता है. उन्होंने कहा, और अब जो भारत में हो रहा है वह दुर्भाग्य से अन्य देशों में भी होने लगा है.
भारत में कोरोना का विकट रूप देखकर दुनिया सहम सी गई है. भारत में आजकल कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैल रहा है जबकि अस्पताल बुनियादी सुविधाओं के लिए जूझ रहे हैं और कोरोना संक्रमित मरीज इलाज के बिना दम तोड़ रहे हैं. ऑक्सीजन को लेकर त्राहिमाम-त्राहिमाम मचा हुआ है. कोरोना का यह संक्रमण सिर्फ भारत के लिए नहीं बल्कि पूरी दुनिया के लिए संकट है. (फोटो-Getty Images) विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन का कहना है कि यह वायरस न सीमाओं का, न राष्ट्रीयता का, न उम्र का, न लिंग का और न ही धर्म का लिहाज करता है. उन्होंने कहा, और अब जो भारत में हो रहा है वह दुर्भाग्य से अन्य देशों में भी होने लगा है. (फोटो-ट्विटर/@doctorsoumya)सुर्ख लिपस्टिक, गहरा काजल, पैरों में घुंघरू और नकली छातियां...मैं रोज इस मेकअप के साथ नाचता. जब उम्र बढ़ी तो मालिक ने मुझे नए 'कमउम्र' लड़के से रिप्लेस कर दिया. अब मेरे पास न काम है, न मर्दों की महफिल में नाचने के अलावा कोई दूसरा हुनर. इतने साल 'बच्चा बरीश' रहते हुए अच्छा खाने-पीने की आदत लग गई थी. अब वो भी नसीब नहीं.
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस में दिवाली का भव्य आयोजन किया जिसमें सांसदों, वरिष्ठ अधिकारियों और भारतीय मूल के 600 से अधिक अमेरिकी नागरिक शामिल हुए. बाइडेन ने पारंपरिक दीया जलाकर कार्यक्रम की शुरुआत की, जिससे भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई दी. व्हाइट हाउस में इस आयोजन से भारतीय समुदाय का सम्मान और योगदान सुनिश्चित हुआ.