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भारत को 2029 में मिलेगा पहला RAFALE-M जेट, इंडियन नेवी की समुद्री शक्ति को कैसे बढ़ाएगा?
Zee News
Rafale M Fighter Jet Indian Navy: भारत और फ्रांस के बीच राफेल-एम फाइटर जेट्स को लेकर सौदा हुआ था, जिस पर अप्रैल 2025 में हस्ताक्षर हो सकते हैं. इसके तहत भारत को 22 सिंगल-सीटर राफेल-एम जेट्स और 4 ट्विन-सीटर राफेल-बी ट्रेनर जेट्स मिलेंगे. ये भारत की समुद्री ताकत को बढ़ाएंगे.
Rafale M Fighter Jet Indian Navy: भारत अपनी समुद्री ताकत में इजाफा करने के लिए हर मुमकिन कदम उठा रहा है. भारत और फ्रांस के बीच Rafale-M यानी राफेल मरीन फाइटर जेट्स का सौदा हुआ है, जिसकी कीम 7.2 अरब डॉलर (लगभग 60,000 करोड़ रुपये) आंकी जा रही है. इस डील पर अप्रैल में आधिकारिक मुहर लग सकती है, जब फ्रांस के रक्षा मंत्री की भारत यात्रा पर आएंगे. ये भारतीय नेवी के लिए क्रांतिकारी बदलाव साबित हो सकता है.

Israel defence shift to India: यूरोप के कई देशों द्वारा सैन्य सामानों की सप्लाई पर पाबंदी लगाने के बाद इजरायल अब अपनी रणनीति बदल रहा है. इजरायल अब हथियारों के पुर्जों और कल-पुर्जों के लिए यूरोप पर अपनी निर्भरता कम करना चाहता है. इसके लिए इजरायल ने भारत को अपना सबसे भरोसेमंद ठिकाना चुना है. अब इजरायली कंपनियां भारत में ही अपने हथियारों का निर्माण और रखरखाव करने की योजना बना रही हैं.

DRDO stealth lab Bistatic: यह सफलता भारत को हवाई युद्ध के मामले में एक महाशक्ति बनाने की दिशा में सबसे बड़ा फैसला है. अब भारत के पास अपनी अदृश्य सेना बनाने की पूरी चाबी मौजूद है. जिसके बाद IAF के लड़ाकू विमानों के पास अदृश्य होने की जबरदस्त ताकत होगी. जिससे जंग के मैदान में भारत को बड़ी बढ़त हासिल होगी.

RV Lakshya drone: हैदराबाद स्थित Raghu Vamsi ग्रुप के ARROBOT डिवीजन ने रक्षा क्षेत्र में अपनी ताकत दिखाते हुए 'RV Lakshya' नाम का एक स्वदेशी जेट-पावर्ड टारगेट ड्रोन लॉन्च किया है. यह ड्रोन खास तौर पर भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना के अभ्यास के लिए बनाया गया है. यह हवा में बिल्कुल एक असली दुश्मन के लड़ाकू विमान या मिसाइल की तरह उड़ता है, ताकि हमारी सेनाएं अपनी मिसाइलों और हथियारों का सटीक निशाना लगा सकें.

बिजली की रफ्तार से फाइटर जेट गिरफ्तार! अरेस्टिंग केबल से होता है यह कमाल; टूट जाए वायर तो क्या होगा?
Fighter jet Arresting Wire: फाइटर जेट को लैंड करने और उड़ान भरने के लिए कम से कम 500 मीटर के रनवे की जरूरत होती है, लेकिन एयरक्राफ्ट कैरियर पर फाइटर जेट 150 से 200 मीटर के रनवे पर लैंड कर जाता है. यह लैंडिंग अरेस्टिंग केबल से होती है, हवा से बात करने वाले फाइटर जेट को एक सेकेंड में जाम कर देता है.

AMCA Mark-2 Engine: भारत को AMCA फाइटर जेट के लिए सैफ्रान एक ऐसा इंजन देगा, जो AMCA मार्क-2 में फिट बैठ जाए. यह एक ऐसा ताकतवर इंजन होगा, जो बिना आफ्टरबर्न सूपरक्रूज उड़ान भरेगा. इस इंजन का सबसे बड़ा फायदा यह होगा कि जब भी भारत 6वीं पीढ़ी का फाइटर जेट बनाएगा तो इसी इंजन को अपग्रेड करके इस्तेमाल कर सकता है.








