
भारत के समर्थन में उतरीं मालदीव की विपक्षी पार्टियां, मुइज्जू सरकार को Anti India रुख पर घेरा
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मालदीव की दोनों विपक्षी पार्टियां मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और द डेमोक्रेट्स खुलकर भारत के समर्थन में आ गई हैं. इन पार्टियों का भारत समर्थित बयान मालदीव सरकार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें सरकार ने कहा था कि उन्होंने चीन के एक जहाज को माले बंदरगाह पर रुकने की अनुमति दी है.
प्रधानमंत्री मोदी की लक्षद्वीप की तस्वीरों पर हुए विवाद के बाद भारत और मालदीव के संबंध तनावपूर्ण बने हुए हैं. इस बीच मालदीव की दो प्रमुख विपक्षी पार्टियों ने मुइज्जू सरकार के भारत विरोधी रुख पर चिंता जताई है.
मालदीव की दोनों विपक्षी पार्टियां खुलकर भारत के समर्थन में आ गई हैं. इन पार्टियों का भारत समर्थित बयान मालदीव सरकार के उस बयान के बाद आया है, जिसमें सरकार ने कहा था कि उन्होंने चीन के एक जहाज को माले बंदरगाह पर रुकने की अनुमति दी है.
मालदीव की दोनों पार्टियों मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और द डेमोक्रेट्स ने कहा कि मौजूदा सरकार का भारत विरोधी रुख चिंताजनक है. किसी भी बड़े साझेदार विशेष रूप से लंबे समय से हमारे सहयोगी देश को अलग-थलग करना हमारे लिए हितकर नहीं है.
उन्होंने संयुक्त कॉन्फ्रेंस में कहा कि मालदीव की सरकार और भावी सरकारों को देश के लोगों की भलाई के लिए सभी सहयोगी देशों के साथ काम करना चाहिए. हिंद महासागर में स्थिरता और सुरक्षा मालदीव के लिए जरूरी है.
एमडीपी के चेयरपर्सन और पूर्व मंत्री फय्याज इस्मायल और संसद के डिप्टी स्पीकर अहमद सलीम ने द डेमोक्रेट्स पार्टी के अध्यक्ष हसन लतीफ और संसदीय समूह के नेता अली आजिम ने इस मामले को उठाते हुए संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी.
दोनों पार्टियों ने कई जरूरी मामलों में एक साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता जताई और देश की मौजूदा विदेश नीति और पारदर्शिता की की जैसे मामलों पर चिंता जताई. बता दें कि मालदीव के 87 सदस्यीय संसद में इन दोनों पार्टियों के सांसदों की कुल संख्या 55 है.

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