ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीरों में देखें, वह दौर जब भारत को मिला था अपना संविधान
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संविधान दिवस के मौके पर संसद के जिस सेंट्रल हॉल में पीएम मोदी संविधान की विशेषताओं का बखान कर रहे थे. उसी सेंट्रल हॉल में 26 जनवरी 1950 को संविधान को लागू करने की प्रक्रिया को पूरा किया गया था. देश के संविधान को बनाने की तैयारियां देश के आजाद होने से पहले ही शुरु हो गईं थीं. आजादी की लड़ाई के दौरान ही संविधान को आकार देना शुरु हो चुका था. संविधान सभा का गठन जुलाई 1946 में किया गया, संविधान सभा में कुल 389 सदस्य थे, जिसमें महिला सदस्यों की संख्या 12 थी. 11 दिसंबर, 1946 को डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद को संविधान सभा का स्थाई अध्यक्ष बनाया गया जिसके बाद संविधान को तैयार करने की शुरुआत हुई. 17 दिसंबर 1946 को संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने संविधान सभा को संबोधित करते हुए संविधान बनाने की चुनौतियों के बारे में भाषण दिया था. देखें ये वीडियो.
राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.