बिहारः LNM यूनिवर्सिटी कैंपस में इफ्तार के बाद अजान पर बवाल, BJP विधायक बोले- राज्यपाल से शिकायत करेंगे
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दरभंगा के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी कैंपस में इफ्तार पार्टी के बाद अजान पर सियासी घमासान मचा हुआ है. बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने इस पर विरोध जताया है. वहीं आयोजनकर्ता जदयू नेता इंजम्मुल हक ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई थी.
बिहार की सियासत इन दिनों दिनों लाउडस्पीकर, अजान और इफ्तार के इर्द-गिर्द घूम रही है. ताजा मामला दरभंगा के ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी कैंपस का है. यहां इफ्तार पार्टी के बाद अजान हुई. अब इस पर बीजेपी विधायक संजय सरावगी ने अपनी आपत्ति दर्ज कराई है. विधायक संजय सरावगी ने साफ कहा कि शिक्षा के केंद्र को धार्मिक स्थल बनाने की बात सही नहीं है. विधायक ने कुलपति और कुलसचिव पर निशाना साधते हुए कहा कि ये मामला गंभीर है. इसकी शिकायत राज्यपाल से की जाएगी. वहीं विश्वविद्यालय के कुलपति के साथ रजिस्ट्रार डॉक्टर मुश्ताक अहमद की कार्यशैली पर भी विधायक ने सवाल खड़े करते हुए कहा कि उनके द्वारा इस तरह के काम किए जा रहे हैं.
इस मामले के तूल पकड़ने के बाद यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार डॉक्टर मुस्ताक अहमद ने कहा कि इफ्तार का आयोजन यूनिवर्सिटी प्रशासन की ओर से नहीं किया गया था. इससे यूनिवर्सिटी का कोई लेना देना नहीं है. उन्होंने कहा कि यह आयोजन कुछ छात्रों की ओर से किया गया था. लेकिन उन्हें इसकी जानकारी नहीं थी. रजिस्ट्रार ने कहा कि आरोप गलत मानसिकता के लोग लगा रहे हैं.
वहीं, सिंडिकेट की सदस्य मीना झा का कहना है कि अगर शैक्षणिक संस्थान में इफ्तार पार्टी होगी तो फिर यहां दुर्गा पूजा और हनुमान चालीसा का पाठ भी होना चाहिए. इसकी अनुपति विश्वविद्यालय प्रशासन को देनी होगी. मीना झा ने कुलपति और रजिस्ट्रार पर मनमानी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनका घर यूनिवर्सिटी के पास में है. कभी भी कैम्पस में इफ्तार पार्टी नहीं हुई. उन्होंने कहा कि कुलपति और कुलसचिव एक धर्म विशेष के लोगों को बढ़ावा देकर दूसरे धर्मों की पूजा पाठ पर रोक लगाना चाहते हैं.
इफ्तार पार्टी के आयोजनकर्ता जदयू नेता इंजम्मुल हक ने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश के बाद ही इफ्तार पार्टी हुई थी. इसकी सूचना भू संपदा अधिकारी को दी गई थी. इफ्तार पार्टी में कई नेताओं के अलावा यूनिवर्सिटी के कर्मचारी और अधिकारी भी शामिल हुए. उन्होंने कहा कि इफ्तार पार्टी के आयोजन पर सवाल उठाने वाले समाज में नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं. जबकि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं. बता दें कि ललित नारायण मिथिला यूनिवर्सिटी में 26 अप्रैल को इफ्तार पार्टी का आयोजन किया गया था. इसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हुई थीं.
बता दें कि इससे पहले वाराणसी के बीएचयू परिसर स्थित महिला महाविद्यालय में इफ्तार पार्टी हुई थी. इसे लेकर छात्रों में आक्रोश था. वहीं इफ्तार पार्टी और दीवारों पर लिखे ब्राह्मण विरोधी स्लोगन से नाराज BHU के छात्र कुलपति आवास के गेट पर पहुंच गए थे और गंगाजल से शुद्धिकरण के साथ ही वहीं मुंडन कराकर अपना विरोध प्रदर्शित किया था.
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