
बंधक, बम और बारूद... गाजा में समझौते और तबाही के बीच यूं फंसी हमास और इजरायल की जंग
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गाजा में जारी तबाही और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच हमास ने बड़ा बयान दिया है. हमास ने साफ कहा है कि गाजा में मौजूद बंधकों के मुद्दे को युद्धविराम समझौते के तहत सुलझाने को तैयार है. लेकिन इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि जब तक इजरायली ऑपरेशन खत्म नहीं होता, उनके साथ जंग जारी रहेगी.
गाजा में जारी तबाही और बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच हमास ने बड़ा बयान दिया है. हमास ने साफ कहा है कि गाजा में मौजूद बंधकों के मुद्दे को युद्धविराम समझौते के तहत सुलझाने को तैयार है. लेकिन इसके साथ ही चेतावनी भी दी है कि जब तक इजरायली ऑपरेशन खत्म नहीं होता, उनके साथ जंग जारी रहेगी. इस तरह इजरायल और हमास के बीच बातचीत की गुंजाइश बनती हुई दिख रही है.
इसी बीच इजरायल-हिज्बुल्लाह का टकराव भी नए मोड़ पर पहुंच चुका है. इजरायल के रक्षा मंत्री इजरायल काट्ज ने पुष्टि की है कि वायु सेना ने लेबनान की बेका घाटी में हिज्बुल्लाह के रणनीतिक हथियार ठिकानों पर भीषण हमला किया है. ब्रिटाल गांव के पास बना मिसाइल निर्माण संयंत्र को आईडीएफ ने निशाना बनाया. काट्ज ने कहा कि हिज्बुल्लाह के किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि ये हमला सिर्फ मिसाइल क्षमता तोड़ने का नहीं, बल्कि ईरान-हिज्बुल्लाह गठजोड़ को भी सख्त संदेश है. उधर, गाजा में बंधकों की रिहाई को लेकर भी इजरायल का अल्टीमेटम सामने आया. आर्मी चीफ ने चेतावनी दी कि यदि समझौता नहीं हुआ तो सैन्य अभियान लगातार जारी रहेगा. उन्होंने गाजा में तैनात अफसरों से मुलाकात कर कह कि कुछ ही दिनों में तय हो जाएगा कि समझौता होगा या नहीं.
खंडहर बस्तियां देखकर मायूस हुए फिलिस्तीनी
इसी बीच गाजा सिटी का पूर्वी इलाका, जहां फिलिस्तीनियों को अपने घर लौटने की इजाजत मिली. लेकिन लौटे लोग टूट गए. कभी गुलजार बस्तियां अब सिर्फ खंडहर हैं. मलबे में बदल चुके घरों के बीच लोग टूटा-फूटा सामान बंटोर रहे हैं. विस्थापित मोहम्मद केइका ने कहा, "हम 45 दिन बाद यहां लौटे कि घर मिलेगा, लेकिन अब न घर है, न लोग. हर तरफ केवल विनाश ही विनाश नजर आ रहा है."
गाजा में 60 हजार की मौत, 23 लाख लोग बेघर

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