पुणे में कोरोना से एक ही परिवार के 4 सदस्यों की 15 दिनों में मौत
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महाराष्ट्र में कोरोना महामारी की मौजूदा लहर कितनी घातक है, इसमें अपनों को खोने का दर्द क्या है ये कोई अरुण गायकवाड़ से पूछे. गायकवाड़ ने 15 दिन में कोरोना संक्रमण की वजह से अपने परिवार के चार सदस्यों को खो दिया.
महाराष्ट्र में कोरोना महामारी की मौजूदा लहर कितनी घातक है, इसमें अपनों को खोने का दर्द क्या है ये कोई अरुण गायकवाड़ से पूछे. गायकवाड़ ने 15 दिन में कोरोना संक्रमण की वजह से अपने परिवार के चार सदस्यों को खो दिया. 47 साल के गायकवाड़ भारतीय वायुसेना से जुड़े हैं और टू विंग में सुपरिटेंडेंट है. वे लॉजिस्टिक्स की जिम्मेदारी 1994 से संभाल रहे हैं. 47 साल के अरुण ने पत्नी वैशाली (43) के साथ, दो सालों- अतुल जाधव(40) और रोहित जाधव (38), सास अलका (62) को भी कोरोना की इस लहर में हमेशा के लिए खो दिया. पारिवारिक कार्य के चलते एक स्थान पर जमा हुए जाधव परिवार के 4 सदस्यों की 15 दिन में कोरोना से मौत हुई, जिससे हंसता खेलता जाधव परिवार उध्वस्त हुआ है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.