
पाक हॉकी टीम को मंजूरी और इंस्टा अकाउंट्स पर कन्फ्यूजन, भारत सरकार की रणनीति में असंगति क्यों?
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बिना किसी सरकारी फैसले के 2 जुलाई 2025 को देखा गया कि कुछ पाकिस्तानी कलाकारों जैसे मावरा होकेन, युमना जैदी, और दानिश तैमूर के इंस्टाग्राम अकाउंट्स और कुछ यूट्यूब चैनल फिर से दिखाई देने लगे. सरकार ने आनन फानन में तुरंत फिर से बैन लगाया. लेकिन तब तक पाक हॉकी टीम के भारत आने की खबर भी आ गई थी. जाहिर है लोगों को ऐसा लग रहा है कि भारत पाकिस्तान के प्रति उदार हो रहा है.
भारत और पाकिस्तान के बीच तनावपूर्ण रिश्तों का इतिहास लंबा रहा है.तनावग्रस्त रिश्तों के बीच स्वस्थ संबंधों की बात काल्पनिक ही नहीं बल्कि मूर्खतापूर्ण भी होती है. हालांकि भारत और पाकिस्तान के बीच रिश्तों को लेकर इस तरह की रणनीति के के 2 पहलू हैं. पहला विचार यह है कि अगर पाकिस्तान हमारे यहां आतंकी कार्रवाई में शामिल है और निर्दोष भारतीयों का खून बहाने में उसे मजा आ रहा है तो किस तरह हम उसके साथ सांस्कृतिक और खेल संबंधी रिश्ते बहाल कर सकते हैं. एक तरफ पाकिस्तान खिलाड़ी और फिल्म कलाकार भारत के खिलाफ जहर उगलते रहें तो किस आधार पर हम उनके साथ सामान्य संबंध बनाने की कोशिश करें?
दूसरा पहलू यह है कि सामाजिक, सांस्कृतिक और खेलों के जरिए ही शुष्क रिश्तों को मधुर बनाया जा सकता है. हम अपना पड़ोसी तो नहीं बदल सकते हैं इसलिए हमें यह कोशिश हमेशा करनी होगी कि किसी तरह रिश्ते मधुर बन सकें.
पाकिस्तानी कलाकारों के इंस्टाग्राम अकाउंट्स पर भारत में लगाए गए प्रतिबंध को पहले हटाया गया और फिर तुरंत बाद पुनः उन प्रतिबंधों को लागू कर दिया गया. इसके साथ ही, पाकिस्तानी हॉकी टीम को भारत में होने वाले किसी आयोजन के लिए मंजूरी देने की खबरें भी सामने आई हैं. जाहिर है कि इस तरह की बातों से देश की बहुसंख्य जनता इमोशनली हर्ट हुई है. या तो खुलकर सरकार को सामने आना चाहिए और यह कहना चाहिए कि पाकिस्तान से रिश्ते हम सुधारने के लिए हमें कुछ कदम उठाना है. क्योंकि जब बातें इधर उधर से जनता के सामने आती हैं तो बातों का गलत मतलब निकालने से कोई रोक नहीं पाता है. हो सकता है कि भारत सरकार अतंरराष्ट्रीय स्तर पर किसी रणनीति के तहत के ऐसा कर रही हो पर जाहिर है कि इस तरह की घटनाओं से यह भी सवाल उठता है कि क्या मोदी सरकार की नीतियां वर्तमान दौर के लिए असंगत हैं?
भारत-पाकिस्तान संबंध और बैन की शुरुआत
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का एक प्रमुख कारण सीमा पार आतंकवाद रहा है. 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए ने दोनों देशों के बीच तनाव को इतना बढ़ा दिया कि युद्ध की नौबत आ गई. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा की सहयोगी संगठन द रेसिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी. भारत ने पाकिस्तान को सबक सिखाने के लिए ऑपरेशन सिंदूर शुरू करने के अलावा इंडस वॉटर ट्रीटी को स्थगित कर दिया. भारत सरकार ने निर्देश जारी करके पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश दिया. इतना ही नहीं भारत सरकार ने पाकिस्तानी यूट्यूब चैनलों और सोशल मीडिया अकाउंट्स पर प्रतिबंध भी लगा दिया था. यह इसलिए भी जरूरी हो गया था क्योंकि पाकिस्तानी कलाकार अपने सोशल मीडिया एकाउंट्स से लगातार भारत के खिलाफ जहर उगल रहे थे. पर घोर आश्चर्य तब हुआ जब बिना किसी सरकारी फैसले के 2 जुलाई 2025 को देखा गया कि कुछ पाकिस्तानी कलाकारों जैसे मावरा होकेन, युमना जैदी, और दानिश तैमूर के इंस्टाग्राम अकाउंट्स और कुछ यूट्यूब चैनल जैसे हम टीवी और ARY डिजिटल भारत में फिर से दिखाई देने लगे. जाहिर है कि इस अप्रत्याशित बदलाव ने सोशल मीडिया पर चर्चा छिड़ गई. कई भारतीयों ने इसे सरकार की नीति में नरमी के रूप में देखा. ऑल इंडियन सिने वर्कर्स एसोसिएशन (AICWA) ने इस कदम की कड़ी आलोचना की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर इसे शहीद सैनिकों का अपमान करार दिया.
मात्र 24 घंटे बाद, 3 जुलाई 2025 को, इन अकाउंट्स पर फिर से प्रतिबंध लगा दिया गया. सरकार ने इसे तकनीकी गड़बड़ी करार दिया पर किसी तरह का कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया. जाहिर है कि इस घटना की आलोचना होनी ही थी. कुछ लोगों ने इसे दबाव पड़ने पर सरकार का यू टर्न माना. यह भी सवाल सवाल उठा कि कि क्या यह वास्तव में तकनीकी गलती थी, या सरकार की नीतियों में असंगति का परिणाम?

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