
पहले चप्पलों की माला पहनाई, फिर नंगे बदन गांव में घुमाया... लोगों ने रेप के आरोपी को पीट-पीटकर मार डाला
AajTak
झारखंड में भीड़ ने कानून को अपने हाथ में लेकर खौफनाक वारदात को अंजाम दिया. 56 साल के व्यक्ति पर गांव की मानसिक रूप से बीमार महिला से रेप का आरोप लगा. भीड़ ने आरोपी को चप्पलों की माला पहनाई, पूरे इलाके में घुमाया और कमरे में बंद कर बेरहमी से पीटा. अगली सुबह उसकी लाश मिली.
झारखंड के पश्चिम सिंहभूम जिले के देवमबीर गांव में शुक्रवार रात इंसानियत को शर्मसार करने वाली वारदात सामने आई. एक व्यक्ति को रेप का आरोपी बताकर गांववालों ने न सिर्फ चप्पलों की माला पहनाकर पूरे इलाके में घुमाया, बल्कि उसकी बेरहमी से पिटाई भी की, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने केस दर्ज करके जांच शुरू कर दी है.
सोनुआ थाना प्रभारी शशिबाला भेंगरा ने बताया कि यह घटना सोनुआ थाना क्षेत्र के टेपसाई टोला इलाके में हुई. मृतक की पहचान साइमन तिर्की के रूप में हुई है. शुक्रवार देर रात वह शौच के लिए घर से बाहर निकला था, तभी कुछ ग्रामीणों ने उसे पकड़ लिया. उसको रेप का आरोपी बताकर उसे गांव में अपमानित करते हुए चप्पलों की माला पहनाकर नंगे बदन घुमाया गया.
इसके बाद उसे एक कमरे में बंद कर दिया गया, जहां उसकी लाठियों से पिटाई की गई. अगले दिन जब कमरे का दरवाजा खोला गया तो वह मृत पाया गया. पुलिस ने शव बरामद कर चाइबासा के सदर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए भेजा. मृतक पर आरोप था कि उसने गांव की एक मानसिक रूप से बीमार महिला के साथ बलात्कार किया था. इस वजह से लोग नाराज थे.
चक्रधरपुर सब-डिविजनल पुलिस ऑफिसर शिवम प्रकाश ने बताया कि इस घटना में शामिल दो महिलाओं को हिरासत में लिया गया है. उनसे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि मृतक के परिवार की शिकायत पर हत्या का केस दर्ज किया गया है. वहीं, मानसिक रूप से बीमार महिला के परिवार ने भी पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसमें साइमन पर रेप का आरोप लगाया गया है.
पुलिस अधिकारी ने कहा कि दोनों पक्षों की शिकायतों को दर्ज कर पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है. फिलहाल गांव में तनाव की स्थिति को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है. पुलिस जांच कर रही है कि क्या भीड़ के पीछे किसी ने उकसावे की भूमिका निभाई थी या यह सब गुस्से में किया गया. भीड़ में शामिल आरोपियों की पहचान की जा रही है.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







