पश्चिम बंगाल: TMC पार्षद के बेटे का शव फंदे से लटका मिला, सुसाइड की आशंका
AajTak
टीएमसी पार्षद के बेटे का शव फंदे से लटका मिला है. प्रारंभिक जांच में आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है. परिवार का कहना है कि क्यों उठाया इसका पता नहीं चल सका है. पुलिस का कहना है कि मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. मामले की जांच की जा रही है. जल्द ही घटना का खुलासा किया जाएगा.
पश्चिम बंगाल में टीएमसी पार्षद के बेटे का शव उसके ऑफिस में फंदे से लटका मिला. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस इस संदिग्ध मौत की जांच में जुटी हुई है. प्रारंभिक जांच में आत्महत्या करने की बात सामने आ रही है. टीएमसी पार्षद रंजीत शील का बेटा पिंटू शील(42) गार्डने रीच इलाके में खुद का बिजनेस करता था. रंजीत शील वार्ड नंबर 133 के पार्षद हैं. शनिवार देर रात कथित तौर पर पिंटू ने अपने ऑफिस में आत्महत्या कर ली.
परिवार का कहना है कि देर रात करीब 12 बजे बेटे का शव बरामद किया गया. लेकिन उसने ऐसा कदम क्यों उठाया, इसका पता नहीं चल सका है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
उधर, पुलिस का कहना है कि पिंटू शील खुद का बिजनेस करता था. शनिवार देर रात परिवार को इस घटना की जानकारी मिली. आनन-फानन सभी उसको लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है. पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है.
इससे पहले मार्च महीने में बर्धमान जिले में टीएमसी समर्थक तुहिना खातून ने आत्महत्या कर ली थी. परिजनों ने वर्धमान के वार्ड 27 के नवनिर्वाचित पार्षद बशीर अहमद उर्फ बादशाह पर धमकी देने का आरोप लगाया था. इतना ही नहीं पोस्टमॉर्टम के बाद इलाके में तनाव फैल गया था. परिजन तुहिना के शव को लेकर टीएमसी पार्टी कार्यालय के सामने पहुंचे. यहां सड़क पर विरोध प्रदर्शन किया था.
बर्धमान नगर पालिका के वार्ड 27 में तुहिना खातून का शव फांसी से लटका मिला था. वह तीन बहनों में सबसे छोटी थी. मृतका के पिता धनई शेख का कहना था कि इलाके में टीएमसी के दो गुट हैं. चुनाव से काफी पहले से शेख बशीर अहमद और मुख्तार मियां के गुट में लड़ाई थी. तुहिन और उसका परिवार मुख्तार मियां के समर्थक हैं. इसी वजह से बादशाह ने उन पर अत्याचार किया. घर के सामने की दीवार पर, बादशाह के समर्थकों ने पेड़ से लटकी तीन लड़कियों का प्रतीकात्मक बनाया और धमकी दी. शेख ने बताया कि मानसिक प्रताड़ना की वजह से आत्महत्या करने के लिए मजबूर होना पड़ा.
(रिपोर्ट- ऋतिक मंडल)
महाराष्ट्र के फायर ब्रांड नेता राज ठाकरे ने गुरुवार को मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हमें 20 सीटें क्यों मांगनी चाहिए, हम 200 से 225 सीटों के लिए तैयारियां कर रहे हैं. महाराष्ट्र के लोग मनसे का इंतजार कर रहे है. इस दौरान उन्होंने अपने भाई उद्धव ठाकरे और उनकी पार्टी पर जमकर निशाना साधा.
NEET परीक्षा में दिए गए ग्रेस मार्क्स को खत्म कर दिया गया है. ग्रेस नंबर वाले 1563 उम्मीदवारों को फिर से परीक्षा देने का विकल्प होगा. NTA ने सुप्रीम कोर्ट में दिए जवाब में कहा है कि जो उम्मीदवार फिर से परीक्षा देना नहीं चाहते उनके स्कोरकार्ड बदले जाएंगे और उन्हें बिना ग्रेस के नंबर दिए जाएंगे. देखें 'ब्रेकिंग न्यूज'.
अजित पवार की एनसीपी में पद और कद के लिए जोर आजमाइश हो रही है. प्रफुल्ल पटेल सीनियरिटी का हवाला देकर केंद्र में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का पद ठुकरा चुके हैं, तो सुनील तटकरे भी बतौर इकलौते लोकसभा सांसद अपने लिए मंत्रीपद चाहते हैं. वहीं अब पार्टी ने अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार को राज्यसभा भेजने का फैसला किया है तो इस निर्णय से एनसीपी के ओबीसी चेहरे छगन भुजबल नाराज नजर आ रहे हैं.
'भारत की अभेद्य सुरक्षा और अजेय सेना...', रक्षा मंत्री का कार्यभार संभालते ही क्या बोले राजनाथ सिंह?
प्रधानमंत्री ने एक बार फिर रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी संभाली है. उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकताएं वही रहेंगी जो पहले थीं. भारत की अवैध सुरक्षा, अजीब सेना और सैनिकों का कल्याण उनकी प्राथमिकताओं में शामिल हैं. प्रधानमंत्री ने आत्मनिर्भर और सशक्त भारत के निर्माण पर जोर दिया है.
'दुश्मन देश का उदाहरण नहीं देना लेकिन...', पाकिस्तान की संसद में भारत के चुनाव पर क्यों छिड़ी चर्चा?
पाकिस्तान के विपक्ष के नेता शिबली फराज ने भारत की चुनाव प्रक्रिया की तारीफ की है. उन्होंने पाकिस्तान में चुनाव में धांधली का बात करते हुए कहा कि पाकिस्तान में क्यों नहीं भारत जैसे चुनाव कराए जा सकते हैं.
अयोध्या की हार को बीजेपी भुला नहीं पा रही है. पर बीजेपी को यह समझना होगा कि अयोध्या में कोई पहली बार बीजेपी को हार नहीं मिली है. फिर तीसरी बार अगर केंद्र में लगातार पार्टी को सत्ता मिली है तो क्या उसमें रामलाल मंदिर की बिलकुल भूमिका नहीं है? अब तक हिमंता बिस्व सरमा ही आगे आए हैं, जो कह रहे हैं कि वे अयोध्या जाकर भगवान राम से आशीर्वाद लेंगे.