
पंजाब: CM चरणजीत सिंह चन्नी के बेटे की शादी में नहीं पहुंचे सिद्धू, बिजली संकट पर साधा निशाना
Zee News
पंजाब (Punjab) प्रदेश के प्रभारी हरीश रावत, सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charanjit Singh Channi) के बेटे के विवाह समारोह में शामिल हुए, इसलिए कयास लगाये जा रहे थे कि नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) भी आ सकते हैं. लेकिन वो माता वैष्णो देवी के दर्शन करने के लिए चले गए.
नई दिल्ली: एक शेर है कि दुश्मनी लाख कीजिए मगर, खत्म न कीजिए रिश्ता, दिल मिले न मिले हाथ मिलाते रहिए. वहीं राजनीति में कोई स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता ऐसी कई मिसालों के बावजूद पंजाब कांग्रेस के अंदरखाने मचा घमासान अभी थमा नहीं है. इस बीच एक बार फिर नवजोत सिंह सिद्धू (Navjot Singh Siddhu) और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी (CM Charan Jeet Singh Channi) के बीच की दूरी साफ-साफ नजर आ रही है. Darshan of the primordial mother during Navratras is synergising ... Washes away all the dirt from the soul !! Blessed to be at the lotus feet of Mata Vaishno Devi
नवजोत सिंह सिद्धू, सूबे के नए मुखिया से इतने खफा है कि वो उनके बेटे की शादी तक में नहीं पहुंचे. सीएम के घर फंक्शन में जाने के बजाए सिद्धू माता वैष्णो देवी (Vaishno Devi Temple) के दर्शनों के लिए पहुंचे और पंजाब के बिजली संकट (Punjab Electricity Crisis) के मुद्दे पर सरकार को घेरा. पंजाब में थर्मल प्लांटों में कोयला संकट के बीच नवजोत सिंह सिद्धू ने एक बार फिर निजी थर्मल प्लांटों का मुद्दा उठाया है. सिद्धू नव दंपती को आशीर्वाद देने विवाह में तो नहीं पहुंचे लेकिन पंजाब में गहरा रहे बिजली संकट को लेकर ट्वीट किया. इस ट्वीट को मुख्यमंत्री चन्नी के साथ जोड़कर देखा जा रहा है, क्योंकि ऊर्जा (बिजली) विभाग चन्नी के पास ही है. — Navjot Singh Sidhu (@sherryontopp)

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Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

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India Nuclear Missile Force: दुनिया में आज के समय में सभी देश अपनी सैन्य शक्तियों को मजबूत कर रहे हैं. भारत ने भी पिछले कुछ दशकों में अपनी सैन्य ताकत में काफी मजबूती लाई है. भारत की परमाणु क्षमता की चर्चा दुनिया में अक्सर होती है, लेकिन इसे गहराई के साथ काफी कम लोग ही जानते हैं. भारत ने सिर्फ अग्नि श्रृंखला ही नहीं बल्कि जमीन, समुद्र, हवा और क्रूज मिसाइल सिस्टम का एक बड़ा नेटवर्क तैयार किया है.









