
नेपाल को चीन जैसा बनाना चाहते थे PM ओली? क्यों Gen-Z को फूंकना पड़ा इंकलाब का बिगुल
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स्कूल-कॉलेज में पढ़ने वाला नेपाल का युवा अचानक सड़कों पर आ गया है. इसकी वजह है नेपाल सरकार की ओर से नेपाल राष्ट्र में सख्ती से लागू किया गया सोशल मीडिया सेंसरशिप. नेपाल की सरकार ने चीन जैसा सोशल इकोसिस्टम बनाने की कोशिश में 26 सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर रोक लगा दिया. इसके बाद युवा का गुस्सा बेकाबू हो गया.
नेपाल में सोशल मीडिया पर बैन और करप्शन को लेकर व्यापक आंदोलन छिड़ गया है. सोशल मीडिया पर बैन से नाराज हजारों युवा सड़क पर उतरे और नेपाल की संसद में घुस गए. नेपाल में जबर्दस्त हंगामा चल रहा है. नेपाल की सरकार ने राजधानी काठमांडू के बानेश्वर में सेना तैनात कर दिया है. स्थिति को काबू में करने के लिए सेना को फायरिंग करनी पड़ी है. इस फायरिंग में 5 प्रदर्शनकारी की मौत हो गई है. 35 लोगों को गोली लगी और 80 लोग घायल हो गए हैं. राजधानी काठमांडू के कुछ इलाकों में कर्फ्यू लागू कर दिया गया है. पुलिस प्रदर्शनकारियों पर रबर की गोलियां चला रही हैं. अब हालात को देखते हुए प्रशासन ने देखते ही उपद्रवियों को गोली मारने के आदेश दे दिए हैं.
काठमांडू में अभी बेहद तनाव का माहौल है. कई जगहों पर प्रदर्शनकारी और सुरक्षाबलों के बीच पथराव हो रहा है. घायलों को एवरेस्ट और सिविल अस्पताल में ले जाया गया है. काठमांडू से आ रही तस्वीरें तनावपूर्ण है. लोग सरकारी पोस्टर तोड़ रहे हैं, बैनर गिरा रहे हैं और सरकारी भवनों की ओर जा रहे हैं. प्रदर्शनकारियों का एक जत्था संसद परिसर में घुस चुका है. सुरक्षाकर्मी प्रदर्शनकारियों को काबू में लेने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़ रही है. बनेश्वर में सुरक्षा बलों द्वारा आंसू गैस छोड़े जाने से पहले कुछ युवाओं को पुलिस गार्ड हाउस पर चढ़ते देखा गया.
सोशल मीडिया बैन से भड़का गुस्सा
प्रदर्शनकारियों के नाराजगी का तात्कालिक कारण सोशल मीडिया पर बैन है. जेन जी का कहना है कि सोशल मीडिया पर बैन लगाकर करप्शन के खिलाफ उनके आवाज को दबाना चाहती है. बता दें कि हाल ही में सरकार ने 26 सोशल मीडिया ऐप्स—फेसबुक, इंस्टाग्राम, यूट्यूब, वॉट्सऐप, X आदि पर अचानक प्रतिबंध लगा दिया, जिससे युवाओं की अभिव्यक्ति पर अंकुश लगा. इसके साथ ऑनलाइन शिक्षा, कारोबार और हर रोज के संपर्क में बाधाएं आईं. सरकार का तर्क था कि ये प्लेटफॉर्म नेपाल में रजिस्ट्रेशन नहीं करा रहे, जबकि युवाओं के लिए ये प्लेटफार्म जीविका, करियर और संवाद की लाइफ़लाइन हैं.
#WATCH | Nepal: Thousands of people protest in Kathmandu against the ban on Facebook, Instagram, WhatsApp and other social media sites, leading to clashes between police and protesters. pic.twitter.com/klrP1HRJQd

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