
नितेश राणे की टिप्पणी पर विवाद, थरूर और मनोज झा ने जताया ऐतराज, अठावले बोले- मुल्ला, मुस्लिम भी अपने ही हैं
AajTak
बीजेपी नेता नितेश के बयान पर विवाद बढ़ गया है. विपक्ष ने राणे के बयान पर ऐतराज जताया है. दरअसल, एक दिन पहले महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने कहा था, हम ईवीएम की वजह से चुनाव जीते हैं और हमने इस बात से कभी इनकार नहीं किया है, पर विपक्ष ईवीएम के मीनिंग को समझने में नाकाम रहा. इसका मतलब है- एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला.
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे के बयान पर विवाद बढ़ गया है. एनडीए के सहयोगी से लेकर विपक्षी दलों ने भी प्रतिक्रियाएं दी हैं. केंद्रीय मंत्री और RPI के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा कि नितेश का बयान गलत है और उन्हें ऐसा नहीं बोलना चाहिए. कांग्रेस नेता शशि थरूर ने कहा, हमारे देश में इस तरह की बात काफी चौंकाने वाली है. हमें वास्तव में स्वतंत्रता संग्राम के मूल पाठ को समझना होगा. RJD नेता मनोज झा ने कहा कि पीएम मोदी को अपने लोगों को कंट्रोल करना चाहिए.
दरअसल, महाराष्ट्र के सांगली में आयोजित हिंदू गर्जना सभा में मंत्री नितेश राणे ने कहा, हम ईवीएम की वजह से चुनाव जीते हैं और हमने इस बात से कभी इनकार नहीं किया है, पर विपक्ष ईवीएम के मीनिंग को समझने में नाकाम रहा. इसका मतलब है- एवरी वोट अगेंस्ट मुल्ला. आप जानते हैं कि हमारे विरोधी ईवीएम को लेकर किस तरह चिल्लाते हैं. वे इस बात को पचा नहीं पा रहे हैं कि कैसे हिंदू एकजुट होकर हिंदुओं को वोट दे रहे हैं. वे हमेशा ईवीएम को दोष देते हैं. वे ईवीएम का मतलब नहीं समझते. उन्हें यह समझ में नहीं आ रहा कि हाल के चुनावों में हिंदुओं ने किस संदर्भ में मतदान किया. ईवीएम का मतलब है- हर वोट मुल्ला के खिलाफ. इसलिए हम गर्व से कह रहे हैं कि हमने ईवीएम के कारण चुना है और हम तीन विधायक यहां बैठे हैं. इसे तोड़ कर ठोक दो.
'इतना हार्ड स्टैंड नहीं लेना चाहिए'
नितेश राणे की टिप्पणी पर केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा, नीतेश राणे महाराष्ट्र में मंत्री हैं. उनका ये बयान गलत है. ऐसा नहीं बोलना चाहिए. संविधान के मुताबिक देश चलता है. नितेश को इतना हार्ड स्टैंड नहीं लेना चाहिए. मुल्ला, मुस्लिम भी अपने ही हैं. हर समय मुल्ला पर हमला नहीं करना चाहिए.
इस तरह की बातें चौंकाने वाली: शशि थरूर
वहीं, कांग्रेस नेता और तिरुवनंतपुरम से सांसद शशि थरूर ने कहा, हमारे देश में इस तरह की बात काफी चौंकाने वाली है. हमें वास्तव में स्वतंत्रता संग्राम के मूल सबक को समझना होगा. यह सब गलत है.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.

लोकसभा में शुक्रवार को कई प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए गए, जिनमें सुप्रिया सुले का राइट टू डिस्कनेक्ट बिल, 2025 शामिल है, जो कर्मचारियों को ऑफिस समय के बाद काम से जुड़े कॉल और ईमेल से मुक्त रहने का अधिकार देने का प्रस्ताव करता है. कांग्रेस सांसद कडियम काव्या का मेनस्ट्रुअल बेनिफिट्स बिल, 2024 और लोजपा सांसद शंभवी चौधरी का बिल महिलाओं और छात्राओं के लिए पेड पीरियड लीव सुनिश्चित करने पर केंद्रित है.

दिल्ली के टिकरी कलां में एक किराना दुकान में आग लगने से पति-पत्नी की दम घुटने से मौत हो गई. दुकान के अंदर धुआं भरने के बीच करंट लगने के कारण शटर नहीं खुल पाया और दोनों बाहर नहीं निकल सके. पुलिस ने बताया कि आग शॉप काउंटर में शॉर्ट सर्किट से लगी, जिससे प्लास्टिक सामग्री ने आग पकड़ ली और धुआं तेजी से फैल गया. पुलिस मामले की जांच कर रही है.

इंडिगो संचालन संकट के कारण कई उड़ानें रद्द होने और क्षमता घटने से अचानक बढ़े किरायों पर रोक लगाने के लिए सरकार ने घरेलू उड़ानों पर अधिकतम किराया सीमा लागू कर दी है, जिसके तहत 500 किमी तक 7,500 रुपये, 500–1000 किमी के लिए 12,000 रुपये, 1000–1500 किमी के लिए 15,000 रुपये और 1500 किमी से अधिक दूरी के लिए 18,000 रुपये से ज्यादा किराया नहीं लिया जा सकेगा.

नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने इंडिगो को निर्देश दिया है कि सभी लंबित रिफंड 7 दिसंबर रात 8 बजे तक बिना देरी पूरी तरह लौटा दिए जाएं और रद्द हुई उड़ानों से प्रभावित यात्रियों से कोई री-शेड्यूलिंग शुल्क न लिया जाए. मंत्रालय ने स्पेशल पैसेंजर सपोर्ट और रिफंड सेल बनाने, प्रभावित यात्रियों से खुद संपर्क करने और ऑटोमेटिक रिफंड सिस्टम जारी रखने को कहा है.

श्रीनगर इन दिनों एक ब्लैक बियर से परेशान है. कभी NIT कैंपस, कभी कश्मीर यूनिवर्सिटी, तो कभी SKIMS... अब यह भालू निगीन झील के आसपास घूमता दिखा है. विभाग ने शहरभर में बड़े पैमाने पर ऑपरेशन शुरू किया है, जिसमें ड्रोन, ट्रैंक्विलाइजर गन, रैपिड-रिस्पॉन्स टीमें और एंबुलेंस तैनात हैं. अधिकारियों ने कहा है कि बाहर केवल जरूरत होने पर ही निकलें.

इंडिगो के ऑपरेशनल संकट का असर 6 दिसंबर को भी खत्म नहीं हुआ. देश के कई बड़े एयरपोट्स पर आज सैकड़ों उड़ानें रद्द कर दी गईं, जिससे हजारों यात्री परेशान देखे गए. कई एयरपोर्ट पर यात्रियों को घंटों कतार में खड़ा रहना पड़ा. कुछ जगह इंडिगो के काउंटर्स पर सहयोग ना करने की शिकायतें सामने आईं. कंपनी लगातार शेड्यूल में बड़े बदलाव कर रही है. अब तक 11 बड़े एयरपोर्ट्स पर कुल 571 फ्लाइट्स रद्द हो चुकी हैं.






