नाबालिग जोड़े पर चढ़ा रोमांटिक फिल्म का नशा, शादी के लिए घर से भागे लेकिन रेलवे स्टेशन पर...
AajTak
काउंसिलिंग के दौरान नाबालिग लड़की ने बताया कि उसके माता-पिता की पहले ही मौत हो चुकी है. ऐसे में वह अपने दादा के पास रहती है, लेकिन दादा ने बिना उसकी मर्जी के दूसरे लड़के से शादी तय कर दी है जिसके बाद उसने भागने का फैसला कर लिया.
राजस्थान के धौलपुर में रोमांटिक फिल्म देखकर एक नाबालिग प्रेमी जोड़े पर प्यार का ऐसा नशा चढ़ा कि साथ जीने-मरने की कसम खाकर घर से भाग निकले. लेकिन प्रेमी युगल को यह मालूम नहीं था कि घर से भागने के बाद भी वो पकड़े जाएंगे.
मामला धौलपुर जिले के रेलवे स्टेशन पर सामने आया जहां नाबालिग प्रेमी युगल को प्लेटफार्म पर संदिग्ध अवस्था में बैठा देख रेलवे चाइल्ड लाइन की टीम ने पकड़कर बाल कल्याण समिति सदस्य को सौंप दिया.
सीडब्ल्यूसी सदस्य गिरीश गुर्जर ने नाबालिग प्रेमी युगल की काउंसिलिंग करने के बाद लड़की को सखी वन स्टाप सेंटर और लड़के को बाल संप्रेक्षण गृह भेज दिया. सीडब्ल्यूसी सदस्य गिरीश गुर्जर ने बताया कि नाबालिग प्रेमी युगल धौलपुर जिले के ही एक गांव के रहने वाले हैं.
करीब डेढ़ साल पहले दोनों नाबालिगों को फिल्में देखकर प्यार का ऐसा नशा चढ़ा कि उन्होंने साथ में जीने-मरने की कसमें खा ली.
काउंसिलिंग के दौरान नाबालिगों ने बताया कि वह घर से भागकर दिल्ली जाना चाह रहे थे और दिल्ली में शादी करके साथ में रहने का प्लान बनाया था, लेकिन उन्हें रेलवे स्टेशन पर ही चाइल्ड हैल्प लाइन की टीम ने पकड़ लिया.
सीडब्ल्यूसी सदस्य गिरीश ने बताया कि दोनों नाबालिगों के माता-पिता को बुलाया गया है और उनके आने के बाद के ही कोई फैसला लिया जाएगा.
लोकसभा चुनाव नतीजों में कश्मीर का जनादेश चौंकाने वाली रहा. 'नया कश्मीर' ने दो हाई-प्रोफाइल निर्वाचन क्षेत्रों से राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों उमर अब्दुल्ला और महबूबा मुफ़्ती की जगह जेल में बंद इंजीनियर राशिद को चुना है. चुनाव के दिन सूबे की जनता ने ऐतिहासिक रूप से बड़ी संख्या में घरों से निकलकर ऐसी नाटकीय पटकथा लिखी जिसने जम्मू-कश्मीर में अब्दुल्ला और मुफ़्ती की उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
केरल में कांग्रेस की अगुवाई वाली यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट ने लोकसभा चुनाव में बाजी मार ली. इस बीच मुस्लिम लीग की चर्चा हो रही है. कांग्रेस के साथ UDF अलायंस में शामिल इस पार्टी ने दो सीटें पाई हैं. नाम के चलते इसे देश के बंटवारे के लिए जिम्मेदार मुस्लिम लीग और जिन्ना से जोड़ा जाता है, लेकिन क्या वाकई ऐसा है?