धौलपुर: मरते-मरते भी पांच लोगों को जीवनदान देकर अमर हो गया 17 साल का सेवाराम
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राजस्थान के धौलपुर जिले के गांव गंगा दास के पुरा का 17 साल का सेवाराम मरा नहीं है, बल्कि अमर हो गया. उसके परिजनों ने ब्रेन डेड होने के बाद सेवाराम के अंग दान कर दिए, जिसकी जिससे पांच लोगों को जीवनदान मिला है. इसलिए धौलपुर का सेवाराम अमर हो गया है.
राजस्थान के धौलपुर जिले के गांव गंगा दास के पुरा का 17 साल का सेवाराम मरा नहीं है, बल्कि अमर हो गया. उसके परिजनों ने ब्रेन डेड होने के बाद सेवाराम के अंग दान कर दिए, जिसकी जिससे पांच लोगों को जीवनदान मिला है. इसलिए धौलपुर का सेवाराम अमर हो गया है. (फोटो- उमेश मिश्रा) सेवाराम के शरीर के अंग अब पांच लोगों में धड़केंगे. सेवाराम तो अब इस दुनिया में नहीं रहा पर उसकी यादें रह गई हैं. लेकिन उसके माता पिता अब पांच लोगों में अपने बेटे को देखेंगे और वह अब पांच परिवारों का दुलार पाएगा. माता-पिता ने बड़े ही गर्व से अपने बेटे का नाम सेवाराम रखा और वह मरते मरते पांच लोगों की सेवा कर गया. धौलपुर जिले की निनोखर ग्राम पंचायत के गांव गंगा दास का पुरा निवासी 17 वर्षीय सेवाराम की 16 फरवरी को गांव के नजदीकी अल्हेपुरा के पास बाइक स्लिप हो गई थी. जिसके बाद उसके सिर में गंभीर चोट आने से वो घायल हो गया था. परिजन इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर गए, जहां से उसे गंभीर हालत में हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया. उसके बाद परिजन सेवाराम को उपचार के लिए ग्वालियर ले गए. लेकिन वहां भी उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ. तो परिजन सेवाराम को जयपुर के सबसे बड़े अस्पताल एसएमएस ले गए. जहां बीती रात को सेवाराम ब्रेन डेड हो गया.
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