
दुश्मन नहीं करेगा ऐसी गलती... Israel में पैराग्लाइडिंग अटैक से क्या सबक ले रही Indian Air Force?
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Israel Hamas War से भारतीय सेना ने क्या सीखा? भारत की सीमा पांच देशों से लगी है. सीमाओं की लंबाई बहुत ज्यादा है. इजरायल की तरह छोटी नहीं. 20 हजार फीट की ऊंचाई से घने जंगलों और रेगिस्तानी इलाकों में ऐसी सीमाएं हैं. इसलिए भारतीय वायुसेना के लिए चुनौती ज्यादा और अलग है. लेकिन हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है. बताया एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एसपी धरकड़ ने.
भारतीय वायुसेना (Indian Air Force) अपनी 91वां स्थापना दिवस मना रहा है. इस मौके पर देश भर में शक्ति प्रदर्शन हो रहा है. गुवाहाटी में एयर ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एसपी धरकड़ ने कहा कि हम इजरायल और हमास युद्ध से काफी कुछ सीख रहे हैं. भारत की हवाई सुरक्षा अत्यधिक मजबूत और ताकतवर है.
उन्होंने कहा कि हम किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं. भारतीय वायुसेना लगतारा इजरायल हमास युद्ध पर नजर रख रही है. हमें पता है कि इजरायल में किस तरह से हमला हुआ है. हमारा देश पांच देशों की सीमाएं साझा करता है. इसकी लंबाई बहुत ज्यादा है. इजरायल की तरह छोटी नहीं है.
भारत में भी पाकिस्तान सीमा पर, पीओके की तरफ से, म्यामांर की तरफ से ड्रोन के जरिए हथियारों और ड्रग्स की स्मगलिंग होती रहती है. लेकिन भारतीय सेना, बीएसएफ और वायुसेना की कड़ी निगरानी की वजह से सफल नहीं हो पाते. आमतौर पर जिस तरह के ड्रोन्स मार गिराए जाते हैं, उनमें से ज्यादातर चीन में बने हुए होते हैं. ये बात कई बार प्रमाणित हो चुकी है कि पाकिस्तान, म्यांमार को चीन की तरफ से ड्रोन्स और अन्य तरह की मदद मिलती रहती है.
हमारी सीमाएं बड़ी और चुनौतियां भी अलग
एसपी धरकड़ ने कहा कि हमारे देश की सीमाएं 20 हजार फीट की ऊंचाई से घने जंगलों और रेगिस्तानी इलाकों में मौजूद हैं. भारतीय वायुसेना के लिए चुनौती ज्यादा और अलग है. लेकिन हमारी सेना पूरी तरह से तैयार है. हम सीमाओं पर अत्याधुनिक हथियार, तकनीक और यंत्र लगा रहे हैं. ताकि किसी भी तरह की घुसपैठ संभव न हो पाए. एसपी धरकड़ इजरायल में पैराग्लाइडर के जरिए हुई घुसपैठ की तरफ इशारा कर रहे थे.
वायुसेना के पास भयानक राडार सिस्टम

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