
दिल्ली: राष्ट्रपति पद की रेस में नहीं शरद पवार, तो क्या आज विपक्षी दलों की बैठक में नए नाम पर होगी चर्चा?
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राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो रहा है. इससे पहले देश का 16वां राष्ट्रपति चुन लिया जाएगा. वहीं चुनाव आयोग ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर कार्यक्रम जारी कर दिया है, जिसके बाद बीजेपी ने अपने सहयोगी दलों के नेताओं से मुलाकात तेज कर दी है, वहीं विपक्ष भी खुद को एकजुट कर रहा है.
18 जुलाई को होने जा रहे राष्ट्रपति चुनाव को लेकर सियासी तापमान बढ़ गया है. इसको लेकर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पूरे विपक्ष को एकजुट करने का प्रयास कर रही हैं. उन्होंने 15 जून को दिल्ली के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब में विपक्षी दलों की बैठक बुलाई है.
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल विधानसभा में बड़ी जीत दर्ज करने के बाद से ही विपक्ष को एकजुट करने में लगी हुई हैं. उनकी सोनिया गांधी से मुलाकात हो चुकी है, शरद पवार से उनकी बात हुई है. दूसरे नेताओं को भी वे समय-समय पर पत्र लिख साथ लाने का प्रयास कर रही हैं. राष्ट्रपति चुनाव को लेकर होने जा रही इस बैठक को भी इसी कड़ी में देखा जा रहा है.
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ममता ने उम्मीदवार बनने का दिया था प्रस्ताव
ममता बनर्जी ने बैठक से पहले बुधवार को एनसीपी प्रमुख शरद पवार से मुलाकात की. बताया जा रहा है कि उन्होंने शरद पवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने का प्रस्ताव दिया लेकिन पिछली बार की तरह उन्होंने इस बार भी प्रस्ताव को ठुकरा दिया है. कांग्रेस और शिवसेना भी एनसीपी प्रमुख शरद पवार को राष्ट्रपति उम्मीदवार बनाना चाहती थी.
कहा जा रहा था कि उन्हें विपक्ष का संयुक्त उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है लेकिन ममता का प्रस्ताव ठुकराने के साथ ही उनके नाम की हो रही चर्चा पर भी विराम लग गया है. ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या आज होने वाली इस बैठक में राष्ट्रपति पद के लिए किसी नए नाम को लेकर चर्चा होगी?

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