दिल्ली में UNHCR दफ्तर के बाहर अब नहीं हैं अफगान शरणार्थी- सुनवाई के दौरान HC से याचिकाकर्ता
AajTak
दिल्ली (Delhi) में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग यानी UNHCR दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अफगान शरणार्थियों (Afghan Refugees) को वहां से हटाने की मांग वाली याचिका (Plea) पर दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में सुनवाई हुई.
दिल्ली (Delhi) में संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायोग यानी UNHCR दफ्तर के बाहर प्रदर्शन कर रहे अफगान शरणार्थियों (Afghan Refugees) को वहां से हटाने की मांग वाली याचिका (Plea) पर दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) में सुनवाई हुई. इस दौरान दिल्ली हाई कोर्ट को बताया गया कि अब दफ्तर के बाहर कोई अफगान प्रदर्शनकारी मौजूद नहीं है. कोर्ट ने मामले का निपटारा किया और कहा कि भविष्य में कोई समस्या होने पर याचिकाकर्ता 'वसंत विहार रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन' फिर से कोर्ट का रुख कर सकता है. वसंत विहार के स्थानीय निवासियों ने भीड़ के चलते कोविड संक्रमण का अंदेशा जताते हुए कोर्ट का रुख किया था.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.