
दिल्ली में Lockdown के दौरान गैर-कोविड मरीजों के सामने संकट, डॉक्टरों ने जताई चिंता
Zee News
कोरोना काल में Covid-19 संक्रमित मरीजों की देखभाल में तमाम मेडिकल फोर्स बिजी है ऐसे में गैर-कोविड मरीजों के सामने बड़ा संकट खड़ा हो गया है. डॉक्टरों ने भी इस बाबत चिंता जताई है.
नई दिल्ली: कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर (Corona Second Wave) के दौरान दिल्ली में अस्पतालों पर बोझ बढ़ा हुआ है, जिसके चलते गैर-कोविड रोगियों को सही इलाज नहीं मिल पा रहा है. ऐसे में डॉक्टरों का कहना है कि कैंसर और कान-नाक-गले से संबंधित गैर-कोविड रोगी लॉन्ग टर्म परेशानियों का सामना कर रहे हैं. महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर 19 अप्रैल से लागू पाबंदियों का माइग्रेंट वर्कर और गरीबों पर भी बुरा असर पड़ा है. गैर-कोविड मेडिकल सर्विसेज के बाधित होने से कई अन्य वर्गों की परेशानियां भी बढ़ गई हैं. इन मरीजों को ज्यादा दिक्कत
Navy Day 2025: भारत की सेनाएं मिलकर देश की सुरक्षा में बड़ी भूमिका निभती हैं. हर साल देश में सेनाओं के हौसले बढ़ाने के लिए दिवस मनाए जाते हैं. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस को मनाया जाता है. इस दिन को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है. इस दौरान कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है. 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाने के लिए आज से ही कार्यक्रमों की शुरुआत हो गई है.

Indian Navy History: भारत में समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में नेवी बड़ी भूमिका निभाती है. आज के समय में भारतीय नौसेना दुनिया की सबसे ताकतवर नौसेनाओं में से एक है. देश की सुरक्षा में आज कत कई ऐसे मिशन हुए हैं, जिनमें इंडियन नेवी ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इंडियन नेवी की स्थापना कब हुई थी?

Three new military bases: सिलिगुड़ी कॉरिडोर जिसे चिकन नेक भी कहा जाता है. अब पूरी तरह एक मजबूत रणनीतिक किले में बदलने जा रहा है. सिर्फ 22 किलोमीटर चौड़ा यह इलाका उत्तर-पूर्वी भारत को देश के बाकी हिस्से से जोड़ता है. इसलिए इसकी सुरक्षा भारत की सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसी वजह से यहां तीन नए सैन्य स्टेशन स्थापित किए जा रहे हैं. जो भारत की रणनीति में बड़े बदलाव का संकेत हैं.

Indigenous Wamana AUV: पुणे की स्टार्टअप कंपनी सागर डिफेंस इंजीनियरिंग ने बड़ी जानकारी दी है. स्वदेशी वामना ऑटोनॉमस अंडरवाटर व्हीकल (AUV) भारतीय नौसेना के सभी ट्रायल सफलतापूर्वक पास कर चुका है. कंपनी के फाउंडर कैप्टन निखिल पराशर ने बताया कि वामना का मूल्यांकन पूरा हो गया है. आने वाले महीनों में इसे नौसेना में शामिल कर लिया जाएगा.









