
दिल्ली: जिगोलो बनाने के लिए कॉल करती थीं लड़कियां... रैकेट का भंडाफोड़
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दिल्ली में फर्जी जिगोलो कॉल सेंटर का भंडाफोड़ हुआ है. लड़कियां कॉल करके मर्दों को बुलाती थीं और जिगोलो बनने के लिए जॉब ऑफर करती थीं.
साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन बाहरी उत्तर जिला बवाना ने "इंडियन जिगोलो" के नाम से चल रहे एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है. फर्जी कॉल सेंटर मालिक ने जिगोलो के नाम पर लाखों रुपये ठगने की साजिश रची और 50 से ज्यादा लोगों को जिगोलो के नाम पर अपना निशाना बनाया. 8 लड़कियां कॉल सेंटर मे काम करती थीं व लोगों को आपराधिक साजिश के तहत रैनडम नंबर्स पर कॉल करके भुगतान करने के लिए कॉल करती थीं. पुलिस को मौके से 12 की पैड फोन, एक एंड्रॉइड फोन और 16 नोट बुक्स मिले हैं. पुलिस ने 5, 67740 रुपये की राशि वाले पेटीएम खाते को फ्रीज कर दिया है. पुलिस ने कॉल सेंटर के मास्टर माइंड को गिरफ्तार किया है. जबकि इसमें शामिल 8 लड़कियों को आगे की पूछताछ के लिए नोटिस जारी किया है. यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोलियां और स्प्रे बरामद जांच के दौरान यह पाया गया कि आरोपीयों द्वारा पेटीएम खाते का उपयोग धोखाधड़ी के पैसे प्राप्त करने के लिए किया गया था. अकाउंट को ट्रैक किया गया और तकनीकी निगरानी बढ़ा कर टीम ने संधिगध लोकेशन सेक्टर -1 अवंतिका, रोहिणी, दिल्ली, पर छापा मारा था. जहां एक फर्जी कॉल सेंटर यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोलियां और स्प्रे बेचने के लिए चल रहा था और इसकी आड़ में लोगों को जिगोलो सेवा में शामिल होने के लिए प्रेरित किया जा रहा था.
जिगोलो के नाम पर मर्दों को करती थीं कॉल आरोपी मेहताब ने 8 महिलाओं को कॉल करने के लिए नियुक्त किया और जस्ट डायल पर और अश्लील वेबसाइटों पर विज्ञापन दिए. कॉल करने वाली महिला नंबरों पर कॉल करती थीं और एक बार कॉल पूरी होने के बाद, लोगों से यौन शक्ति बढ़ाने के लिए कुछ दवा लेने के लिए कहती थीं. यदि कोई दावा करता कि उसकी यौन शक्ति भरपूर है और उन्हें ऐसी किसी भी दवा की आवश्यकता नहीं है, तो तुरंत लड़कियां उन्हें जिगोलो सेवा में शामिल होने के लिए अच्छा पारिश्रमिक देने के लिए कहती थीं और उसके बाद रजिस्ट्रेशन के नाम पर, बुकिंग और एडवांस आदि के नाम पर ठगी की जाती थी. अगर कोई कहता है कि उसके पास मजबूत यौन शक्ति है और उसे किसी दवा की आवश्यकता नहीं है वे "पीच" शब्द का इस्तेमाल करके उस कॉल को ठगी के लिए चिन्हित कर लेते थे.
2021 से चल रहा था फर्जी कॉल सेंटर कॉल सेंटर के मालिक मेहताब निवासी अमन विहार दिल्ली मास्टरमाइंड है. उसने 8 लड़कियों को काम पर रखा था, जो कॉल करती थीं और लोगों को अपने जाल में फंसाती थीं. जुलाई 2021 से इस फर्जी कॉल सेंटर को चलाया जा रहा था और पूरे भारत में कई लोगों को ठगा जा रहा था.
500 नंबरों पर रैंडम कॉल रोहिणी सेक्टर -1 से साजिश के तहत फर्जी कॉल सेंटर बेहद गुपचुप तरीके से चल रहा था. कॉल करने वाली लड़कियां एक दिन में लगभग 500 नंबरों पर रैंडम कॉल करती थीं, जिसमें 50-100 कॉल लग जाते थे. अच्छे पारिश्रमिक के लिए वे 10 से 20 लोगों को जिगोलो बनने के लिए राजी कर लेते थे. इसके बाद वे उन लोगों को रजिस्ट्रेशन, बुकिंग राशि, एडवांस आदि के नाम पर ठगते थे. पीड़ितों को ठगने के बाद वे उनके नंबरों को ब्लैकलिस्ट कर देते थे. आरोपी दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएट आरोपी मेहताब दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक है. उसने दिल्ली विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएशन के दौरान अपनी पढ़ाई छोड़ दी और खुद को यूपीएससी परीक्षाओं की तैयारी में लगा दिया और कुछ कॉल सेंटरों में काम किया. इसके बाद उसने यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोली बेचने और "कार्य सुख पावर" स्प्रे करने के विचार के साथ एक फर्जी कॉल सेंटर चलाने की योजना बनाई और लोगों को जिगोलो सेवा में शामिल होने के लिए फंसाया. कॉल सेंटर में 8 लड़कीयों को शुरू में कॉलिंग के उद्देश्य से नियुक्त किया गया था और बाद में लोगों को ठगने के लिए आपराधिक साजिश के तहत उन्होने मास्टरमाइंड के साथ हाथ मिलाया, जो हिंदी और अंग्रेजी बोलने में पारंगत हैं और लोगों को जिगोलो के रूप में शामिल होने के लिए प्रेरित करती थी.

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