दिल्ली: ऑक्सीजन संकट से परेशान राजधानी, आज SC-HC दोनों जगह सुनवाई
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दिल्ली इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रही है. बीते कुछ दिनों में नए मामलों में कमी ज़रूर आई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इस संकट के बीच दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत भी जारी है.
देश की राजधानी दिल्ली इस वक्त कोरोना की दूसरी लहर का सामना कर रही है. बीते कुछ दिनों में नए मामलों में कमी ज़रूर आई है, लेकिन मौतों का आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. इस संकट के बीच दिल्ली में ऑक्सीजन की किल्लत भी जारी है. बीते दिन सुप्रीम कोर्ट ने भारत सरकार को दिल्ली को 700 एमटी ऑक्सीजन देने को कहा है, जिसपर गुरुवार सुबह 10.30 बजे सुनवाई होनी है. सुप्रीम कोर्ट ने साफ कह दिया है कि दिल्ली को इससे कम ऑक्सीजन मिलना उन्हें मंज़ूर नहीं है. सुप्रीम कोर्ट से इतर गुरुवार को दिल्ली हाईकोर्ट में भी ऑक्सीजन संकट पर सुनवाई होनी है. कई अस्पताल हाईकोर्ट की शरण में हैं, ऐसे में ऑक्सीजन संकट के अलावा अन्य कई मसलों को सुना जाना है. अगर दिल्ली में कोरोना के मामलों की बात करें, तो बीते दिन राजधानी में 20 हजार के करीब कोरोना के केस आए, जबकि 300 से अधिक मौतें हुईं. दिल्ली में इस वक्त 91 हजार से ज्यादा कोरोना के एक्टिव केस हैं, जबकि मरने वालों की संख्या 18 हजार के पार चली गई हैं.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.