
दक्षिण अफ्रीका में कॉमरेड मैराथन, मुंबई ट्रैफिक पुलिस के कांस्टेबल ने जीता कांस्य पदक
AajTak
दक्षिण अफ्रीका की सबसे कठिन मैराथन में कॉमरेड मैराथन एक है. इसमें महाराष्ट्र पुलिस विभाग के चार लोगों के समेत 20 हजार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था. 89 किलोमीटर की इस दौड़ में ठाणे के ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल रामनाथ मेंगल ने 10 डिग्री तापमान में दौड़ लगाई और जीत दर्ज की.
दक्षिण अफ्रीका में कॉमरेड मैराथन का आयोजन किया गया. यह सबसे कठिन मैराथन में से एक है. इसमें 20 हजार प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया. इसमें ठाणे के ट्रैफिक पुलिस कांस्टेबल रामनाथ मेंगल ने 89 किलोमीटर की दौड़ को 10 डिग्री तापमान में 10 घंटे 58 मिनट में पूरा किया. उन्होंने देश के लिए कांस्य पदक जीता.
जानकारी के मुताबिक, 11 जून की सुबह 5:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक कॉमरेड मैराथन का आयोजन किया गया. इसमें रामनाथ मेंगल के साथ महाराष्ट्र पुलिस विभाग के तीन और अधिकारियों ने भाग लिया. वहीं, रामनाथ ने 89 किलोमीटर की दूरी केवल 10 घंटे 58 मिनट में तय कर ली. इसके बाद उन्हें कांस्य पदक से सम्मानित किया गया.
रामनाथ को ट्रैफिक पुलिस उपायुक्त ने किया सम्मानित
बता दें कि रामनाथ ने 28 अगस्त 2022 को कॉमरेड मैराथन में 9 घंटे 37 मिनट में दूरी तय की. उन्होंने लगातार दूसरे साल इस प्रतियोगिता में जीत दर्ज की. लगातार दो वर्षों तक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए रामनाथ को 'बैक टू बैक' पदक से सम्मानित किया गया. ठाणे ट्रैफिक पुलिस उपायुक्त डॉ. विनय कुमार राठौड़ ने रामनाथ को शारीरिक फिटनेस का ध्यान रखने के लिए सम्मानित किया.
कई खिलाड़ियों के लिए रामनाथ बने रोल मॉडल
इस मौके पर रामनाथ मेंगल के वरिष्ठ सहकर्मी भी मौजूद थे. मेंगल के प्रदर्शन को देखकर हर स्तर से उन्हें बधाइयां मिल रही हैं. ट्रैफिक कांस्टेबल के पद पर रहते हुए रामनाथ दक्षिण अफ्रीका में बेहतरीन प्रदर्शन कर पुलिस विभाग के कई खिलाड़ियों के लिए रोल मॉडल बन गए हैं.

देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली महायुति सरकार ने शुक्रवार को अपने एक साल का सफर तय कर लिया है. संयोग से इस समय महाराष्ट्र में स्थानीय निकायों के चुनाव चल रहे हैं, जिसे लेकर त्रिमूर्ति गठबंधन के तीनों प्रमुखों के बीच सियासी टसल जारी है. ऐसे में सबसे ज्यादा चुनौती एकनाथ शिंदे के साथ उन्हें बीजेपी के साथ-साथ उद्धव ठाकरे से भी अपने नेताओं को बचाए रखने की है.

नो-फ्रिल्स, जीरो कर्ज, एक ही तरह के जहाज के साथ इंडिगो आज भी खड़ी है. लेकिन नए FDTL नियमों और बढ़ते खर्च से उसकी पुरानी ताकत पर सवाल उठ रहे हैं. एयर इंडिया को टाटा ने नया जीवन दिया है, लेकिन अभी लंबी दौड़ बाकी है. स्पाइसजेट लंगड़ाती चल रही है. अकासा नया दांव लगा रही है. इसलिए भारत का आसमान जितना चमकदार दिखता है, एयरलाइन कंपनियों के लिए उतना ही खतरनाक साबित होता है.

राष्ट्रपति पुतिन ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान उनकी गरिमामय उपस्थिति के साथ राष्ट्रपति भवन में उनका औपचारिक स्वागत किया गया और उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर प्रदान किया गया. यह मुलाकात दो देशों के बीच रिश्तों की मजबूती को दर्शाने वाली थी. पुतिन ने महात्मा गांधी के आदर्शों का सम्मान करते हुए भारत की संस्कृति और इतिहास को सराहा. इस अवसर पर राजघाट की शांतिपूर्ण और पावन वायु ने सभी को प्रेरित किया.










