तमिलनाडु में DMK, AIADMK या फिर कमल हासन? India Today Conclave में दिग्गजों ने किए ये दावे
AajTak
कमल हासन जहां डीएमके और अन्नाद्रमुक को खारिज कर राज्य के लोगों के लिए तीसरा विकल्प पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं ये दोनों पार्टियां मान रही हैं कि कमल हासन तमिलनाडु में कोई कमाल नहीं कर पाएंगे. डीएमके ने तो कमल हासन को बीजेपी की बी टीम भी बता दिया.
शिवगंगा से कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम यह बात स्वीकार कर चुके हैं कि तमिलनाडु में दविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) और अन्नाद्रमुक (AIDMK) फ्रंट की पार्टी हैं और इनके बीच ही मुकाबला होना है. इसमें राष्ट्रीय स्तर पर बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली बीजेपी-कांग्रेस की कोई भूमिका नहीं है. तमिलनाडु का सियासी इतिहास भी यही है. यह राज्य डीएमके और अन्नाद्रमुक का सियासी मैदान रहा है. यहां किसी तीसरे को एंट्री नहीं मिली. लेकिन इस बार दक्षिण भारतीय राज्य की राजनीति में एक तीसरे दल मक्कल नीधि मय्यम (MNM) ने एंट्री मारी है जिसकी अगुवाई मशहूर अभिनेता कमल हासन कर रहे हैं. कमल हासन जहां डीएमके और अन्नाद्रमुक को खारिज कर राज्य के लोगों के लिए तीसरा विकल्प पेश करने की कोशिश कर रहे हैं. वहीं ये दोनों पार्टियां मान रही हैं कि कमल हासन तमिलनाडु में कोई कमाल नहीं कर पाएंगे. डीएमके ने तो कमल हासन को बीजेपी की बी टीम भी बता दिया.पुणे पोर्श कांड में सरकारी डॉक्टरों की एक बड़ी लापरवाही सामने आई. दावा है कि इन डॉक्टरों ने नाबालिग आरोपी के ब्लड सैंपल से छेड़छाड़ की थी, ताकि हादसे के वक्त उसके नशे में होने की बात साबित न हो सके. इस वीडियो में जानेंगे कि आखिर ब्लड में कितना अल्कोहल मिलने पर ड्रिंक एंड ड्राइव का केस बनता है और अगर आसा होता है तो सजा कितनी होती है?
हम सभी को मानसून से बड़ी उम्मीद है. क्योंकि कई राज्य भीषण गर्मी की चपेट में हैं. टेंपरेचर 40 से शुरू होकर 50 या इससे ऊपर तक जा रहा है. इस दौरान प्रचंड गर्मी से ज्यादा ना सही, कुछ हद तक राहत दिलाने वाली तस्वीरें सामने आ रही हैं. कहीं गर्मी के प्रकोप से बचाने का जुगाड़ तैयार किया जा रहा है, तो कहीं जंगली जानवरों को चिलचिलाती गर्मी से राहत दिलाने की कोशिशें जारी हैं.
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का वक्त खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्याकुमारी के भगवती अम्मन मंदिर में शक्ति की पूजा की. यहां पर स्थापित देवी कन्याकुमारी की मूर्ति के दर्शन करते हुए उन्होंने अपनी शक्ति की साधना जारी रखी. यह मंदिर 108 शक्तिपीठों में से एक है और हर साल लाखों लोग इसे देखने आते हैं.