डेब्यू के बावजूद घर से मांगने पड़ते थे पैसे, लोगों ने दिए ताने, जिम्मी शेरगिल बोले- 20 हजार रुपये मिली थी फीस
AajTak
जिम्मी ने बताया कि बॉलीवुड में पहचान बनाने की उनकी राह आसान नहीं थी. उन्हें कई साल लग गए थे. इस बीच गुजारा करने के लिए उन्हें अपने घर से पैसे मंगवाने पड़ते थे. इसके लिए वो बेहद शुक्रगुजार भी हैं.
जिम्मी शेरगिल ने अपने बॉलीवुड करियर की शुरुआत माचिस फिल्म से की थी. हालांकि उन्होंने फिल्म में छोटा सा किरदार निभाया था, बावजूद इसके उन्हें पहचान मिली थी. लेकिन उतना पैसा नहीं मिला था, जिससे वो मुंबई में आसानी से सरवाइव कर पाते. जिम्मी ने बताया कि उनकी स्थिति कब और कैसे सुधरी थी.
छोटे से रोल से किया डेब्यू
जिम्मी ने बताया कि बॉलीवुड में पहचान बनाने की उनकी राह आसान नहीं थी. उन्हें कई साल लग गए थे. इस बीच गुजारा करने के लिए उन्हें अपने घर से पैसे मंगवाने पड़ते थे. इसके लिए वो बेहद शुक्रगुजार भी हैं. जिम्मी ने बताया कि बावजूद इसके उन्होंने कभी घर वापस जाने की नहीं सोची. मोहब्बतें फिल्म करने के बाद उनकी हालत में सुधार आया. वो गुलजार की माचिस फिल्म में बतौर असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम करने गए थे. लेकिन किस्मत से उन्हें उस फिल्म में जिम्मी कैरेक्टर का एक रोल करने को मिला. हालांकि इसके लिए बहुत कम मेहनताना मिला था. वहीं जानने वालों ने काफी ताने दिए थे.
सुशांत सिन्हा को दिए इंटरव्यू में जिम्मी ने कहा- गुलजार साहब ने मुझसे पूछा था कि अगर तुम एक्टिंग करना चाहते हो तो डायरेक्शन में क्यों आ रहे हो? मैंने उनसे कहा कि मैंने सुना है कि यहां 5-6 साल से पहले किसी को ब्रेक नहीं मिलता है और मैं घर नहीं जाना चाहता हूं. उन्होंने मुझे फिल्म की स्क्रिप्ट पढ़ने को दी और पूछा कि तुम कौन सा रोल निभाना चाहोगे? तो मैंने कहा- मुझे लगता है मैं जिम्मी का रोल करूंगा. मेरा घर का नाम जिम्मी है. मैं उनसे जसजीत शेरगिल के नाम से मिला था.
सुनने पड़े थे ताने
जिम्मी ने आगे कहा- मुझे वो रोल मिला. उसे करने के बाद मुझे काफी ताने सुनने पड़े थे. बहुत लोगों ने मुझसे कहा था तुम पागल हो. ये तो बहुत छोटा सा रोल है. अपने वक्त के आने का इंतजार करो. मुझे उस रोल के लिए तकरीबन 20 हजार रुपये मिले थे. मैं बहुत लकी हूं कि मेरी फैमिली मुझे पूरा सपोर्ट करती थी. ये तब तक चलता रहा जब तक मुझे मोहब्बतें नहीं मिली. इसके बाद जाकर मैंने घर से पैसे लेने कम किए.