
टैरिफ के 'ट्रैप' में भारत के भी किसान? अमेरिकी खेतिहरों के लिए ट्रंप का अभियान किनकी मुश्किलें बढ़ाएगा
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ट्रंप ने अपने देश के किसानों को महान बताया तो मैसेज भारत तक आया. ट्रंप ने अपने देश के किसानों से पैदावार बढ़ाने की अपील की है. क्योंकि वह बाहर से अमेरिका आने वाले एग्री प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ाने जा रहे हैं. ट्रंप के इस कदम का भारत पर क्या असर होगा. क्या मेक्सिको-कनाडा के साथ ट्रंप के टैरिफ वॉर का असर भारत पर भी पड़ेगा?
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने तीन ऐसे फैसले लिए हैं जिनका यूं तो संबंध दूसरों से देशों से हैं लेकिन देर-सबेर भारत भी इसके असर से अछूता नहीं रहने वाला है. पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के तीन फैसले क्या हैं इसे जानना जरूरी है. ट्रंप के जिस फैसले से भारत पर सीधे असर पड़ सकता है वो है कृषि उत्पादों पर टैरिफ लगाने का फैसला
ट्रंप ने अपने देश के किसानों को संबोधित करते हुए उन्हें अमेरिका का महान किसान बताया है. ट्रंप ने किसानों से कहा है कि वे भारी मात्रा में कृषि उत्पाद बनाना और पैदा करना शुरू कर दें. क्योंकि अगले महीने 2 अप्रैल से बाहर से आने वाले प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ाया जाएगा. गौरतलब है कि ट्रंप का ये बयान कृषि क्षेत्र में अमेरिका को आत्मनिर्भर बनाने के इरादे से दिया गया है.
1.अगर एग्री प्रोडक्ट पर टैरिफ बढ़ाते हैं ट्रंप...
अगर ट्रंप बाहर से आने वाले कृषि उत्पाद पर टैरिफ बढ़ा देते हैं तो ये प्रोडक्ट अमेरिका में महंगे हो जाएंगे. जिससे अमेरिका में इनका उपयोग और उपभोग प्रभावित हो जाएगा. गौरतलब है कि ट्रंप कई बार हाई टैरिफ के लिए भारत की आलोचना कर चुके हैं और पीएम मोदी के साथ इस मुद्दे को भी उठा चुके हैं.
बता दें कि अमेरिका भारत को बड़ी मात्रा में कृषि उत्पादों का निर्यात करता है. भारत अमेरिका को बासमती चावल, शुगर, कॉटन, मसाला और चाय जैसे कृषि उत्पाद निर्यात करता है.
अगर अमेरिका बाहर से आने वाले कृषि उत्पादों पर टैरिफ बढ़ाता है, तो भारत का बासमती चावल, मसाले और चाय अमेरिका में महंगे हो जाएंगे. इसका ये असर हो सकता है कि अमेरिकी व्यापारी इन प्रोडक्ट को भारत से मंगाना कम कर दें अथवा बंद कर दें.

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