
'टैक्स कटौती से 1 लाख करोड़ का नुकसान तो 11% कैसे बढ़ेगा नेट कलेक्शन? ये जादू या गणित...', बजट पर चिदंबरम ने घेरा
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राज्यसभा में चिदंबरम ने कहा कि बजट में इनकम टैक्स में हुई कटौती पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है, जबकि सिर्फ 3.2 करोड़ लोग ही इनकम टैक्स देते हैं. बाकी लोग रिटर्न तो भरते हैं, लेकिन टैक्स कुछ नहीं देते. सरकार ने टैक्स छूट की सीमा 7 लाख से बढ़ाकर 12 लाख कर दी है.
पूर्व वित्त मंत्री पी चिंदबरम ने संसद में बजट सत्र के दौरान केंद्र सरकार के हालिया बजट पर सवाल उठाए हैं. कांग्रेस नेता ने कहा कि इस बजट में कोई दूरदृष्टि नहीं है बल्कि यह सिर्फ चुनाव से प्रेरित था. इनकम टैक्स में हुई कटौती का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इससे सिर्फ मध्यम वर्ग को ही फायदा नहीं होगा बल्कि इससे अमीरों को भी बहुत फायदा होगा.
उन्होंने बजट पर सवाल उठाते हुए कहा कि टैक्स कटौती से एक लाख करोड़ का नुकसान होगा, तो नेट कलेक्शन11 फीसदी कैसे बढ़ेगा. ये जादू है या गणित.
चिदंबरम ने राज्यसभा में कहा कि बजट में इनकम टैक्स में हुई कटौती पर सबसे ज्यादा जोर दिया गया है, जबकि सिर्फ 3.2 करोड़ लोग ही इनकम टैक्स देते हैं. बाकी लोग रिटर्न तो भरते हैं, लेकिन टैक्स कुछ नहीं देते. सरकार ने टैक्स छूट की सीमा 7 लाख से बढ़ाकर 12 लाख कर दी है.
चिदंबरम ने कहा कि मेरा अनुमान है कि इससे 80-85 लाख लोग टैक्स के दायरे से बाहर हो जाएंगे और करीब 2.5 करोड़ लोगों को फायदा होगा. उन्होंने कहा कि इस फायदे में सिर्फ मध्य वर्ग ही नहीं, बल्कि अमीर लोग भी शामिल हैं.
उन्होंने कहा, 'इन 2.5 करोड़ लोगों में न केवल मध्यम वर्ग शामिल है, जिसकी वित्त मंत्री ने पूरे उत्साह से वकालत की थी, बल्कि इसमें 2,27,315 ऐसे व्यक्ति भी शामिल हैं, जिन्होंने एक करोड़ से अधिक का रिटर्न भरा है. इसमें 100 करोड़ से अधिक का रिटर्न भरने वाले 262 व्यक्ति और 500 करोड़ से अधिक का रिटर्न भरने वाले 23 व्यक्ति शामिल हैं.' उन्होंने जोर देकर कहा कि इससे सिर्फ मिडिल क्लास को ही फायदा नहीं होगा बल्कि इससे अमीर से अमीर लोगों को भी राहत मिलेगी.
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