झारखंड: शादी में सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां, पुलिस पहुंची तो भाग खड़े हुए वर-वधु पक्ष के लोग
AajTak
गिरिडीह के शहरी क्षेत्र से सटे करबला रोड स्थित शिव मंदिर में शादी समारोह में काफी संख्या में लोग पहुंचे थे. इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था और न ही मास्क व सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया जा रहा था.
झारखंड सरकार कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर हर संभव प्रयास कर रही है. स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह में कई पाबंदियां लगाई गई हैं. संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील भी की जा रही है. इसके तहत शादी विवाह समेत अन्य आयोजनों को लेकर गाइडलाइंस भी जारी किए गए हैं. इसके बाद भी लोग इसकी अनदेखी कर रहे हैं जिससे संक्रमण फैलने की संभावना बनी हुई है. गिरिडीह शहर से सटे इलाके में कुछ लोग सरकार की ओर से जारी गाइडलाइंस का उल्लंघन कर आराम से शादी-विवाह कर रहे हैं. शुक्रवार को भी शहरी क्षेत्र से सटे करबला रोड झरियागादी स्थित शिव मंदिर में कोरोना गाइडलाइंस का उल्लंघन कर शादी की जा रही थी. शादी समारोह के इस कार्यक्रम में काफी संख्या में लोग मंदिर परिसर पहुंचे हुए थे. इस दौरान न तो सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जा रहा था और न ही मास्क व सेनेटाइजर का इस्तेमाल किया जा रहा था.राज्यपाल ने संकट में फंसे लोगों को तुरंत मदद देने के लिए एक क्विक रिस्पांस टीम का गठन भी किया है. उन्होंने कहा कि ज़रूरतमंद लोगों को आवास और परिवहन भी मुहैया कराया जाएगा. राज्यपाल ने सभी लोगों से संयम बरतने और उपद्रवियों की ओर से शांति भंग करने या संभावित हिंसा के बारे में किसी भी जानकारी की सूचना राजभवन को देने की अपील की है.
मनाली के ब्यास नदी के पास उत्तर प्रदेश की रहने वाली दो महिलाएं सेल्फी ले रही थी. पैर फिसलने से दोनों ब्यास नदी में डूब गईं और दोनों की मौत हो गई. पुलिस का कहाना है कि उत्तर प्रदेश के बागपत की रहने वाली आंचल का शव घटनास्थल से कुछ दूरी पर बरामद किया गया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया. दूसरी महिला का पता लगाने के लिए बचाव अभियान जारी है.
झारखंड के डीजीपी (DGP) अजय कुमार सिंह ने राजधानी रांची की कानून व्यवस्था को बेहतर करने को लेकर समीक्षा बैठक की. बैठक में रांची जोन के आईजी, डीआईजी, एसएसपी, सिटी एसपी समेत अन्य पुलिस पदाधिकारी शामिल हुए. इस दौरान डीजीपी ने कहा है कि झारखंड में पहली बार सभी 14 सीटों पर हिंसा के बिना मतदान संपन्न हुआ है.
सुकमा में 17 लाख के इनामी 5 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया है. उसने राज्य सरकार की ओर से चलाए जा रहे पुनर्वास योजना का लाभ दिया गया है. सभी का कहना है कि वे लोग माओवादी विचारधारा से पूरी तरह ऊब चुके थे. इस कारण उसने सरेंडर करने का निर्णय लिया. वहीं, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट उनका स्वागत किया है.