ज्ञानवापी: शिवलिंग के दावे पर बोले केशव प्रसाद- सत्य ही शिव, ओवैसी का पलटवार
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वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद का सर्वे सोमवार को पूरा हो गया. इसकी रिपोर्ट 17 मई यानी मंगलवार तक कोर्ट को सौंपी जानी है. हालांकि, इससे पहले हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया है कि मस्जिद परिसर में बने कुएं में शिवलिंग मिला है. मुस्लिम पक्ष ने इस दावे को नकार दिया है. उधर, वाराणसी प्रशासन कोर्ट का हवाला देकर इस मामले पर बोलने के लिए तैयार नहीं है.
वाराणसी कोर्ट के आदेश पर ज्ञानवापी मस्जिद परिसर का सर्वे का काम पूरा हो गया. तीसरे और आखिरी दिन के सर्वे के बाद हिंदू पक्ष के वकील ने दावा किया है कि कुएं के अंदर शिवलिंग मिला है. वहीं, मुस्लिम पक्षकार ने इस दावे को नकारते हुए कहा, अंदर ऐसा कुछ नहीं मिला. हालांकि, इन सबके बीच उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने कहा, सत्य को आप कितना भी छुपा लीजिए, लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है. उधर, AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने पलटवार करते हुए कहा, ज्ञानवापी मस्जिद थी, और कयामत तक रहेगी इंशा अल्लाह.
केशव प्रसाद मौर्या ने ट्वीट कर कहा, बुद्ध पूर्णिमा के अवसर पर ज्ञानवापी में बाबा महादेव के प्रकटीकरण ने देश की सनातन हिंदू परंपरा को एक पौराणिक संदेश दिया है. उन्होंने कहा, सत्य को आप कितना भी छुपा लीजिए, लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि "सत्य ही शिव" है. बाबा की जय, हर हर महादेव.
"सत्य" को आप कितना भी छुपा लीजिये लेकिन एक दिन सामने आ ही जाता है क्योंकि "सत्य ही शिव" है। बाबा की जय, हर हर महादेव।।#GyanvapiTruthNow#ज्ञानवापी_मंदिर
क्या है मामला?
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
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