जैसा न्यूयॉर्क का सेंट्रल पार्क, वैसा ही बनेगा दिल्ली का सेंट्रल रिज, ये होगी खासियत
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सेंट्रल रिज में बुद्धा जयंती पार्क से लेकर तालकटोरा स्टेडियम और दिल्ली कैंटोनमेंट का क्षेत्र आता है. इसमें से सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट के तहत 423 हेक्टेयर क्षेत्र को रिस्टोर किया जाएगा.
दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए 6 सदस्यों की एडवाइजरी कमेटी का गठन कर दिया है. सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट को अंतर्राष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित करने की तैयारी है. सरकार का दावा है कि न्यूयॉर्क में जिस तरह से सेंट्रल पार्क बना है, ठीक वैसे ही सेंट्रल रिज को भी बनाया जाएगा. सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट को लेकर बनी एडवाइजरी कमेटी की अध्यक्षता पर्यावरण विभाग के अंतर्गत आने वाले वन एवं वन्यजीव विभाग के प्रमुख सचिव करेंगे. न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर तैयार होगा सेंट्रल रिजनवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
देश के ज्यादातर मैदानी इलाकों में पड़ रही प्रचंड गर्मी के बीच दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) वीके सक्सेना ने बड़ा फैसला लिया है. LG ने निर्देश दिया है कि इस भीषण गर्मी में मजदूरों को 12 बजे से लेकर 3 बजे तक काम से छुट्टी मिलेगी. साथ ही मजदूरों को मिलने वाली इस राहत के बदले कोई भी उनकी सैलरी नहीं काट सकेगा.
करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.