
'जिस दिन मां की मौत देखी...', नारायण साकार पर फूटा भक्तों का गुस्सा, समर्थक भी दे रहे अजीब तर्क
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अपनी मां को खोने वाली बेटी ने कहा, सबसे बड़ी कमी है. थोड़े तंबू और तनवा देता. जिस दिन से मां की मृत्यु देखी, अब मैं किसी को नहीं मानती. इतना ही नहीं कई भक्त ऐसे भी हैं, जो बाबा मौत की भगद़ड़ का ज़िम्मेदार ठहराते हैं, और सज़ा की मांग करते हैं.
हाथरस हादसे के बाद से बाबा नारायण साकार हरि, अब ये नाम ना सिर्फ एक बड़ा रहस्य बन गया है, बल्कि कैसे बाबा ने अपने भक्तों के बीच खुद को परमात्मा बनाया, अब उसका भी खुलासा हो रहा है. आज तक ने बाबा नारायण साकार हरि के उस रहस्य से पर्दा उठाया जिसके बारे में आपने अभी तक नहीं सुना है. आजतक के कैमरे पर बाबा के भक्तों ने जो-जो खुलासे किए हैं, वो बेहद चौंकाने वाले हैं. बाबा के भक्त तो यहां तक कह रहे हैं नारायण साकार हरि बाबा नहीं है, अगर वो बाबा होते तो पकड़ में आ जाते, वो तो दिखाई नहीं देते हैं. हाथरस के सत्संग में मची भगदड़ में 123 लोगों की मौत हो गई, और बाबा ने अपने अनुयायियों को पलट कर भी नहीं देखा. हाथरस कांड को पूरे 9 दिन हो गए हैं, और बाबा सामने नहीं आया है. आखिर इसके पीछे कौन सा रहस्य है, आइए जानते हैं इस स्पेशल रिपोर्ट में.
आखिर क्यों भक्त कह रहे हैं प्रशासन को बाबा के बारे में सब पता है? सुबह, दोपहर, शाम, भक्त बाबा के मैनपुरी वाले आश्रम के सामने दंडवत होते हैं और फिर भक्ति में लीन हो जाते हैं. आखिर बाबा के आश्रम में ऐसा क्या है, क्यों भक्त बाबा के आश्रम के सामने लगातार हाज़िरी लगा रहे हैं. इसे जानने के लिए आजतक ने भक्तों से बात की.
भक्त बाबा को बता रहे परमात्मा आजतक के कैमरे पर बाबा के एक भक्त ने कहा कि बाबा है कहां, बाबा होते तो पकड़े जाते. वो तो परमात्मा हैं. वो यहीं पर हैं. पकड़ो, आप कहते हो वो भाग आए, वो जब चलते थे किसी को दिखाई नहीं देते. कोई नहीं मिलता उनसे वो तो दूर मंच पर बैठते हैं. बाबा के एक दूसरे भक्त ने कहा कि वो बाबा है ही नहीं, हम तो उन्हें परमात्मा मानते हैं. अपने ही लोगों की गलती है जो भगदड़ किया वहां पर. बाबा के बृजेश नामक भक्त ने कहा, बाबा तो हर जगह हैं, परमात्मा कहीं छुपे नहीं हैं. समय आने पर मिलेंगे.
जिस नारायण साकार हरि को उसके अंध भक्त परमात्मा कह रहे हैं उसने अपने बचाव के लिए वीडियो रिलीज करता है. और वीडियो में अपनी सफाई पेश करता है, अपने वकील की दुहाई देता है. अब भक्तों को ये सोचना चाहिए सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि बाबा है या परमात्मा?
SIT की रिपोर्ट में बाबा का नाम नहीं बता दें कि एसआईटी की 300 पन्नों की रिपोर्ट में बाबा का कहीं नाम तक नहीं है. आयोजकों पर मौत की भगदड़ का सारा ठीकरा फोड़ दिया गया है. सवाल ये है कि भक्त तो भक्त क्या प्रशासन पर भी बाबा की चमत्कारी शक्तियां काम कर रही हैं. एक भक्त ने तो आजतक के कैमरे ये बात भी कुबूल कर ली कि बाबा प्रशासन की परमीशन से बाहर नहीं आ रहे हैं, ये भक्त इशारा भी देता है कि बाबा मैनपुरी वाले आश्रम में ही है.
भक्त ने कहा, बाबा परमीशन के साथ ही आते हैं, और यहां भी प्रशासन की परमीशन के साथ ही रुके हुए हैं, जहां भी रुके हैं.

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